स्टार्म सीवर से दुकानदारी प्रभावित
गिरीश मल्ल, होशियारपुर शहर से पानी की निकासी व लोगों की सहूलियत के लिए बनाया जा रहा स्टार्म सीव
गिरीश मल्ल, होशियारपुर
शहर से पानी की निकासी व लोगों की सहूलियत के लिए बनाया जा रहा स्टार्म सीवर अब परेशानी का सबब बनता जा रहा है। जस्सा सिंह रामगढि़या चौक से लेकर पिपलांवाला तक लाखों की लागत से शुरू करवाया गया सीवर का काम तीन साल बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। पीडब्ल्यूडी ने काम में रुकावट पीछे पावरकॉम की लापरवाही बताई है।
जस्सा सिंह चौक से लेकर प्रभात चौक तक के दुकानदार सर्बजीत सिंह, अजमेर सिंह राणा, अजीत सिंह, ज्ञान चंद, मनोज कुमार राणा, गिरधारी लाल, पवन कुमार, न¨रदर सिंह, जितेंद्र ंिसंह, गुरदीप सिंह, प्रेम कुमार, राज कुमार इकबाल सिंह, प्यारा सिंह आदि ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जबसे नाले काम शुरू हुआ है। तब से उनकी दुकानदारी ठप पड़ी है।
प्रभात चौक में कई दुकाने के आगे नाले की खुदाई तो कर दी गई है मगर पिछले एक साल से वहां का काम शुरू नहीं किया गया। इसके चलते उक्त दुकानदार अपनी दुकानें बंद रखने को मजबूर है। दुकानदारों नें कहा इस सबंध में कई बार पीडब्लयूडी अधिकारियों से मिल चुके हैं, मगर समस्या जस की तस बनी हुई है। दुकानदारों ने कहा कुछ दिन पहले वह परेशानी लेकर मेयर शिव सूद से भी मिले थे। उन्होने आश्वासन दिया है की वह पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से मिलकर एक सप्ताह के भीतर नाले का काम शुरू करवाकर परेशानी का हल निकालेंगे।
नवरात्र में यहीं से होकर गुजरेंगे श्रद्धालु
सावन में नवरात्र भी शुरू होने वाले हैं। ऐसे में श्रद्धालु दूर दराज के इलाकों से माता चिंतपूर्णी में माथा टेकने जाते हैं और प्रभात चौक से सभी को होकर गुजरना होता है। तो ऐसे में नाले का काम पूरा न करवाना कहीं न कहीं पीडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है।
पूरी जानकारी नहीं दे पाऊंगा : एक्सईएन
इस संबध में जब पीडब्ल्यूडी एक्सईएन चरनजीत सिंह से बात की तो उन्होंने रविवार का हवाला देते हुए कहा कि आज वह पूरी जानकारी नहीं दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि बरसात की वजह से काम बंद हुया है। धीमी गति के बारे में उन्होने कहा इसके लिए पावरकॉम व अन्य विभाग भी जिम्मेदार हैं।
पावरकाम की ओर से नहीं है कमीं : सैनी
पावरकॉम के एसई एचएस सैनी ने कहा कि जनवरी में पावरकाम द्वारा स्टार्म सीवर के साथ लगते खंभे हटा लिए गए थे। इसमें पावरकॉम की कोई ढील नहीं है। एक्सईन द्वारा लगाए गए आरोप तथ्यों से परे हैं।