कोठी में पेंट करते भड़की आग, पांच पेंटर झुलसे
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : गौतम नगर में कालोनाइजर की कोठी में पेंट करते समय भड़की आग से पांच पेंटर
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : गौतम नगर में कालोनाइजर की कोठी में पेंट करते समय भड़की आग से पांच पेंटर झुलस गए। तीन की हालत गंभीर है। सरकारी अस्पताल होशियारपुर से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। पता चला है कि गन मशीन से पेंट करते समय थिनर से आग भड़क उठी थी।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे थाना सिटी के एसएचओ अमरनाथ ने तफ्तीश शुरू कर दी।
कालोनाइजर राकेश कपूर की कोठी में पेंट का काम चल रहा था। काम पर छह पेंटर लगे थे। बाद दोपहर खाना खाने के बाद पांच पेंटर सूरज कुमार पुत्र सुमन कुमार निवासी साहरी, जीती निवासी छावनी कलां, जगन्नाथ निवासी मन्नण, राज कुमार राजू निवासी बजवाड़ा, जगजीत सिंह निवासी राम कालोनी कैंप कमरे के अंदर गन मशीन से रंग करने लगे। जबकि एक पेंटर जसपाल निवासी बजवाड़ा बाहर से उसकी सफाई देख रहा था। अचानक कमरे में आग भड़क उठी और देखते ही देखते पांचों उसकी चपेट में आ गए। आग की लपटों से घिरे पांचों किसी तरह से चिल्लाते हुए बाहर निकले। चीख पुकार सुनने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो देखा कि तीन पेंटर बुरी तरह से झुलस चुके थे जबकि दो कम झुलसे थे। आनन-फानन में सभी को सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। जसपाल ने कहा कि उसकी भी समझ में नहीं आया कि आग कैसे भड़की।
सूरज कुमार, राज कुमार उर्फ राजू व जगजीत सिंह सौ प्रतिशत झुलसे हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। जीती व जगन्नाथ 20 से 25 प्रतिशत झुलसे हैं। इनकी हालत सामान्य है। सभी को पीजीआइ रेफर कर दिया गया है।
थिनर से आग भड़कने की आशंका
मौके पर मौजूद अन्य पेंटरों के मुताबिक पेंट में थिनर मिलाया जाता है। थिनर बहुत जल्द आग पकड़ता है। कमरे में पेंटर गन मशीन से पेंट कर रहे थे। कयास लगाया जा रहा है कि बीड़ी पीने या फिर शार्ट सर्किट से आग भड़की। कुछ ही मिनट में पेंटरों की चमड़ी झुलस कर नीचे गिर गई थी।
सरकारी अस्पताल में देखने को मिली सुस्ती
गंभीर रूप से झुलसे पेंटरों को आनन-फानन में सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, मगर इतना बड़ा हादसा होने के बावजूद यहां सुस्ती का आलम देखने को मिला। फौरी तौर पर डॉक्टरों को बुलाया ही नहीं गया। नर्सिग करने वाली छात्राओं के सहारे ही काम चलाया जा रहा था। झुलसे पेंटरों पर छात्राएं ही मरहम लगा रही थीं। डाक्टरों की टीम को बुलाना मुनासिब ही नहीं समझा गया। कुछ देर बाद एसएमओ डॉ. विनोद सरीन वहां पहुंचे। उन्हें भी झुलसे परिजनों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। और तो और उन्हें शिफ्ट करने के दौरान कोई हाथ लगाने को तैयार नहीं था। स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ से ज्यादा वहां पर मौजूद पब्लिक ने फुर्ती दिखाते हुए झुलसे पेंटरों को एंबुलेंस में शिफ्ट करवाया।
मालिक कपूर को लगा करारा सदमा
कोठी मालिक राकेश कपूर को इस दर्दनाक हादसे का पता चलते ही करारा सदमा लग गया। पहले से ही हार्ट पेसेंट राकेश ने जैसे ही झुलसे पेंटरों को देखा, तो उन्हें चक्कर आने लगा। उन्होंने आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
रोते हुए अस्पताल पहुंचे परिजन
साहरी की रश्मि को जैसे पता चला कि आग भड़कने से उसका बेटा सूरज झुलस गया है, वह भागी-भागी सरकारी अस्पताल पहुंची। चूंकि सूरज बुरी तरह से झुलस चुका था। इसीलिए रश्मि को अंदर जाने नहीं दिया गया। रश्मि का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। इसी तरह से गांव बजवाड़ा के राजू के परिजनों का भी हाल बेहाल था। उनकी समझ में नहीं आ रहा था कि यह सब कैसे हो गया और वह अब क्या करें।
नेताओं और अधिकारियों ने लिया जायजा
इस दर्दनाक हादसे का पता चलते ही सरकारी अस्पताल में नेता और अधिकारी पहुंचने शुरू हो गए। मेयर शिव सूद, विधायक सुंदर शाम अरोड़ा, भाजपा के जिलाध्यक्ष आनंदवीर सिंह, पार्षद सुरेश भाटिया, सांसद अविनाश राय खन्ना के राजनीतिक सचिव संजीव तलवाड़, तहसीलदार बरजिंदर सिंह, डीएसपी सतीश कुमार और थाना सिटी के एसएचओ अमरनाथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
खन्ना ने दिए एसी एंबुलेंस के लिए 9.60 लाख
सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस की हालत देखकर सांसद अविनाश राय खन्ना के राजनीतिक सचिव संजीव तलवाड़ काफी विचलित हो उठे। वह यह मामला फौरी तौर पर सांसद खन्ना के ध्यान में लाए। खन्ना ने फौरी तौर पर डीसी अनिंदिता मित्रा को सरकारी अस्पताल में एसी एंबुलेंस के लिए 9.60 लाख रुपये देने की घोषणा की।