महात्मा ने दिया एकत्व का संदेश
संवाद सहयोगी, दसूहा : ईश्वर को दूर से जानने वाला इंसान सतगुरु की शरण में आकर एकत्व के भाव से युक्त ह
संवाद सहयोगी, दसूहा : ईश्वर को दूर से जानने वाला इंसान सतगुरु की शरण में आकर एकत्व के भाव से युक्त होकर चलता है । सतगुरु ही इंसान को ब्रह्म दृष्टि प्रदान करता है, जिससे उसे हर इंसान अपना नजर आता है। इन विचारों का प्रगटावा संत निरंकारी मिशन के महाराष्ट्र जोन के इंचार्ज महात्मा घनईया लाल ने संत निरंकारी सत्संग भवन दसूहा में आयोजित समागम में कहें।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब में बोलिया भले ही अलग हों परन्तु जब एक पिता परमात्मा बोध हो तो पता चल जाता है कि सभी अपने हैं। भाषाएं और पहरावा उन्हें अलग नहीं कर सकता।
उन्होंने बताया कि ईश्वर की अनुभूति इंसान में प्यार और सद्भाव पैदा करेगी, जिससे संसार में एकत्व का भाव स्थापित होगा। इस अवसर पर हिमाचल के जोनल इंचार्ज महात्मा रोशन लाल जी, डॉ एसपी सिंह संयोजक दसूहा, राम चंद मुखी भंगाला, देव राज , रेशम सिंह संचालक तथा महाराष्ट्र से आए हुए गीतकार नरिंदर सिंह बग्गा , जीवन जी दिल्ली ने भी अपने सुन्दरभावो से भक्ति मार्ग पर चलते हुए गुरु चरणों समर्पित होने की प्रेरणा दी।