गेहूं की फसल को झेलनी पड़ रही है मौसम की मार
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : बैसाखी पर्व को किसान बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 1
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : बैसाखी पर्व को किसान बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 14 अप्रैल को वैसाखी पर्व है। इस दिन की खासियत यह होती है कि गेहूं की फसल पक कर तैयार खड़ी होती है और किसान इसे काटने के लिए खुशी में झूम गाकर (वे जंट्टा आई बैशाखी फसलां दी मूक गई राखी) इस त्योहार को मनाते हैं। मगर पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसमी बरसात से किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं, क्योंकि बेमोसमी बरसात से गेहूं की फसल प्रभावित हुई है। यही कारण है कि जो गेहूं की फसल बैसाखी से पहले पक कर तैयार होती थी। इस बार इसे मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को गेंहू की फसल की आमद को लेकर रहीमपुर स्थित नई दाना मंडी का जायजा लिया तो पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश का असर वहां पर भी देखने को मिला। मंडी में नई गेहूं की फसल का एक दाना भी नहीं आया था। मंडी में आढ़तियों ने बताया कि पिछले साल इन दिनों में गेहूं की फसल आनी शुरू हो गई थी। मगर इस बार बेमौसमी बरसात होने के चलते गेहूं की फसल का काफी नुकसान हुआ है। यही कारण है कि इस बार गेहूं की फसल अभी तक मंडी में आनी शुरू नहीं हुई है।
आड़ती गुलशन व सतीश ने बताया की गेहूं की फसल की आमद के लिए मंडी में तैयारियां पूरी कर ली गई है। मंडी में साफ-सफाई के अलावा किसानों की फसल मंडी में आने के बाद भीगने से बचाने के लिए भी तिरपाल आदि का प्रबंध भी कर लिया गया है।