जिला परिषद से शिक्षा विभाग में आए अध्यापकों को चार माह से नहीं मिला वेतन
जागरण संवाददाता, होशियारपुर जिला परिषद से शिक्षा विभाग में मर्ज हुए अध्यापक चार माह से वेतन को तरस
जागरण संवाददाता, होशियारपुर
जिला परिषद से शिक्षा विभाग में मर्ज हुए अध्यापक चार माह से वेतन को तरस रहे है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बार-बार ध्यान में लाने के बाद भी अधिकारी कोई ठोस कदम उठाने के बजाय बेरुखी का रवैया अपना रहे है। सिर्फ यही नहीं शिक्षा अधिकारियों ने इन अध्यापकों की समस्या हल करना तो दूर उलटा अध्यापकों की योग्यता के सर्टिफिकेट जांच करने का फरमान सुना दिया है।
इस संबंध में शुक्रवार को ईटीटी टीचर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव अजीब द्विवेदी, जिला प्रधान विकास शर्मा, हरमिंदर पाल सिंह, रमेश होशियारपुरी, बलजीत सिंह व मेजर सिंह पर आधारित प्रतिनिधिमंडल उप जिला शिक्षा अधिकारी (ए) शैलेंद्र ठाकुर को मिला तो यह मसला सुलझने की बजाए और उलझ गया जब पता लगा कि वेतन जारी होने में अभी दो-तीन महीने और लग सकते हैं व इसके बाद भी जिले के 600 अध्यापकों के वेतन जारी होंगे बाकी 400 की मंजूरी नहीं है। इसके बाद ईटीटी टीचर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव अजीब द्विवेदी ने कहा कि इस देरी के लिए शिक्षा अधिकारी ही जिम्मेदार है। पुराने नंबर जारी करवाने का काम अभी तक ब्लाक दफ्तरों में ही है जबकि इस योग्यता की परख प्रक्रिया का ईटीटी टीचर्स यूनियन डटकर विरोध करती है और इसके बायकाट का एलान करती है। यह तब तक जारी रहेगा जब तक सभी अध्यापकों का वेतन शुरू नहीं हो जाता। अजीब द्विवेदी ने कहा कि एक फरवरी को यूनियन की जिला स्तरीय बैठक बुलाई गई है जिसमें अगली रूपरेखा तय की जाएगी। उन्होंने समूह अध्यापकों को अपील की है कि कोई भी अध्यापक अपने दस्तावेजों की जांच करवाने तब तक न आए जब तक यूनियन कोई अगला फैसला नहीं लेती।