Move to Jagran APP

निचले अधिकारी उड़ा रहे डीसी के आदेश की धज्जी

गिरीश मल्ल, होशियारपुर शहर से कब्जे हटाने को लेकर डीसी सख्त हिदायत दी थी कि शहर के भीतरी हिस्से की

By Edited By: Published: Sun, 26 Oct 2014 06:43 PM (IST)Updated: Sun, 26 Oct 2014 06:43 PM (IST)
निचले अधिकारी उड़ा रहे डीसी के आदेश की धज्जी

गिरीश मल्ल, होशियारपुर

loksabha election banner

शहर से कब्जे हटाने को लेकर डीसी सख्त हिदायत दी थी कि शहर के भीतरी हिस्से की सड़कों व बाजारों में कब्जे आदि न होने दिए जाए तथा जो दुकानदार व रेहड़ी चालक सड़कों पर कब्जा किए हुए हैं के साथ सख्ती से निपटा जाए। बावजूद इसके निगम अधिकारी शहर से कब्जे हटाने को लेकर गंभीर नही हैं। शहर की सड़कें दिन व दिन कब्जों से सिकुड़ती जा रही हैं, मगर निगम प्रशासन इन्हें हटाने में नाकाम साबित हो रहा है। उधर निगम कमिश्नर जेसी सभ्रवाल सड़कों से कब्जे हटाने के बड़े बड़े दावे करते हैं। इन्हीं दावों की हकीकत जानने के लिए शनिवार व रविवार को शहर की सड़को का मौका मुआयना किया गया तो निगम कमिश्नर के दावों की पोल खुलती नजर आई। दुकानदार व रेहड़ी चालक अपनी मनमर्जी कर आधी सड़क पर कब्जा कर सामान रखे हुए थे। शहर के घंटाघर रोड, रेलवे रोड़, फगवाड़ा रोड़, बस स्टैंड रोड़, बस्सी ख्वाजू बाजार, सिविल अस्पताल के बाहर, सब्जी मंडी के बाहर, अफगान रोड़ आदि सड़कों पर दुकानदार सड़कों पर कब्जा किए हुए थे तथा रेहड़ी चालकों ने तो कब्जा की सभी सीमाएं पार कर सड़क के बीचों बीच अपनी रेहड़ियां लगाई हुई थी। जिसके चलते आम लोगों व राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

(बाक्स)

अफगान रोड़ में बनी अस्थाई सब्जी मंड़ी

अफगान रोड़ गऊशाला बाजार मे में रेहड़ी चालकों द्वारा पिछले काफी सालों से सड़कों पर कब्जा कर अवैध सब्जी मंड़ी बनाई हुई है। जिसके चलते अफगान रोड़ पर अकसर जाम की स्थिति बनी रहती है। इस अवैध मार्केट पर निगम प्रशासन की शायद नजर नहीं पड़ती जा फिर यह अवैध रेहड़ी मार्केट निगम प्रशासन के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से चल रहा है। कभी कभार जब निगम का अमला शहर से कब्जे हटाने के लिए सड़कों पर निकलता भी है तो उनकी कारगुजारी मात्र खानापूर्ति के सिवा कुछ नहीं होती है। इस अवैध रेहड़ी बाजार को देख कर भी निगम का अमला वहां से चलता बनता है।

(बाक्स)

अधिकारी कार्रवाई से करते हैं परहेज

त्योहार के मौसम में जिलाधीश के आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। शहर की सड़के पूरी तरह कब्जे की चपेट में थी। अब जबकि त्योहार समाप्त हुए चार दिन का समय बीत चुका हैं, फिर भी कब्जाधारी सड़कों पर कायम हैं, मगर निगम प्रशासन जिलाधीश के आदेश को दरकिनार करते हुये आखें मूंदकर सोया पड़ा है।

(बाक्स)

क्या कहतें हैं निगम कमिश्नर

इस संबध मे निगम कमिश्नर जेसी सभ्रवाल ने कहा की शहर की सड़कों पर कब्जे नहीं किए जा सकते। इसके लिए बकायदा निगम की टीमें भेजी जाती हैं। जो लोग सड़कों पर कब्जा करते हैं उनका सामान जब्त कर चालान काटा जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.