2-6) डीएम के आदेश धुआं-धुआं, पर्यावरण जख्मी
हजारी लाल, होशियारपुर : प्रशासन कितने ही आदेश जारी करे, मगर इसकी परवाह किसे होती है। प्रशासनिक आदेश
हजारी लाल, होशियारपुर : प्रशासन कितने ही आदेश जारी करे, मगर इसकी परवाह किसे होती है। प्रशासनिक आदेश भी कागजी शेर बनते जा रहे हैं और जागरुकता रैलियां आई वाश से ज्यादा कुछ नहीं दिखती। ऐसा ही नजारा दीपावली की रात को देखने को मिला।
भविष्य के खतरों से बेपरवाह दीपावली की रात जहां जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पटाखों में धुंआ होते रहे वहीं पर्यावरण भी खूब जख्मी होकर कराहता रहा। रोशनी और दीपों के त्योहार दीपावली से कुछ दिन पहले जिला मैजिस्ट्रेट ने मीडिया के माध्यम से रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक पटाखे न चलाने के आदेश बाकायदा तौर पर आदेश जारी किए थे मगर इन आदेशों की परवाह किसे थी। कानों को फाड़ देने वाली आतिशबाजी रात भर गूंजते हुए जिला मजिस्ट्रेट के आदेशों को धुआं में उड़ाती रहीं। इससे भी हैरानीजनक बात रही कि सारी रात आदेशों की अवहेलना होने के बावजूद किसी भी पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे तो यही जाहिर होता है कि जिला मजिस्ट्रेट के आदेश सिर्फ और सिर्फ कागजी कोरम पूरा करने तक ही सीमित रहते हैं।
हर कोई आतिशबाजी और पटाखे फोड़ने में व्यस्त दिखा। रात दो बजे तक पटाखों का तो काफी जोर रहा। इसके बाद भी रुक-रुक कर पटाखों की आवाजें गूंजती रहीं। एक अनुमान के मुताबिक होशियारपुर में ढाई से तीन करोड़ के पटाखे एक ही रात में धुंआ हुए हैं। ऐसे में ध्वनि प्रदूषण के साथ-साथ वायु प्रदूषण में भी गुणात्मक बढ़ोतरी स्वाभाविक ही है। एडवोकेट एचएस सैनी के अनुसार जिला मजिस्ट्रेट के आदेशों की अगर व्यक्ति अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी 188 के तहत कार्रवाई की जाती है। इस जुर्म में एक माह तक कैद और 200 रुपए तक जुर्माना हो सकता है या फिर दोनों इकट्ठे भी हो सकते हैं। ज्यादा गंभीर मसला होने पर सजा छह माह तक और जुर्माना 1000 रुपए तक हो सकता है और दोनों इकट्ठे भी हो सकते हैं। हालांकि शहर की तमाम समाज सेवी संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं व की तरफ से ईको फ्रेंडली दीपावली मनाने की प्रतिज्ञा भी दीवाली की रात धराशायी हो गई। बहुत कम लोगों ने ही पर्यावरण को समर्पित दीपावली मनाई।
पटाखा चलाते आठ के हाथ जले
दीपावली की रात पटाखा चलाते समय आठ लोगों के हाथ जले हैं। सिविल अस्पताल होशियारपुर में प्राथमिक उपचार के पश्चात उन्हें छुंट्टी दे दी गई। सारी रात सरकारी अस्पताल में इमरजेंसी स्टाफ मुस्तैद रहा।
नौ जगहों पर पटाखे से लगी आग
दीपावली की रात आतिशबाजी करते हुए
क्लीन प्लास्ट फैक्ट्री, कच्चा क्वार्टर में कबाड़ी की दुकान, चोअ की झाड़ियों, टैगोर पार्क, ग्रीन पार्क के समीप, मशहूर जबेली के सामने खाली प्लाट में, घंटाघर चौक के पास खाली प्लाट में, नंगलशहीदां में सरकारी स्कूल के पास आतिशबाजी से आग भड़की। सूचना मिलने पर फायर कर्मियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। सबसे अंतिम आग चौक घंटाघर के पास रात 1.36 बजे आग लगी।