खबर लेने चुपचाप सरकारी अस्पताल पहुंचे डीसी
हजारी लाल, होशियारपुर
दिन वीरवार। स्थान सिविल अस्पताल होशियारपुर। सुबह नौ बजते ही ओपीडी के बाहर वीआईपी गाड़ी आ धमकती है। गाड़ी में से उतरा युवक वहीं पर खड़ा होकर अस्पताल की गतिविधियां वॉच करना शुरू कर देता है। चेहरा पुराना नहीं था। मगर, अधिकारी रौब जैसी देखनी से सुगबुगाहट शुरू हो गई की कि यह साहेब हैं कौन?
धीरे-धीरे बात अस्पताल के अंदर तक पहुंचने पर स्टाफ भी सकते में आ गया। मालूम पड़ा कि यह साहब तो डीसी अमित ढाका हैं। फिर क्या था, एसएमओ से लेकर डॉक्टर और अन्य स्टाफ में हड़कंप मच गया। डीसी के सरकारी अस्पताल में धमक की खबर सुनते ही कैंटीन के पास सुबह ही चाय की चुस्की ले रहे कुछ डाक्टर पिछले रास्ते से अपने कमरे की तरफ चलते बने।
कुछ देर तक बाहर की गतिविधियों पर वॉच करने के बाद डीसी अमित ढाका अस्पताल में पहुंचे। अब तक एसएमओ डॉ. अवनीश सूद भी डीसी के पास पहुंच गए। डीसी ने इमरजेंसी वार्ड, एक्सरे वार्ड, मेडिकल वार्ड इत्यादि समेत अन्य अन्य वार्डो का बारीकी से मुआयना किया। इस दौरान उन्हें अस्पताल में जहां जो कमियां दिखीं, उन्हें तत्काल प्रभाव से ठीक करने की नसीहत दी।
सहायक सिविल सर्जन डॉ. रजनीश सैनी, जिला परिवार व भलाई अफसर डॉ. चुनी लाल, एसएमओ डॉ. विनोद सरीन, मेडिकल अफसर, डॉ. सुनील अहीर, चीफ फार्मासिस्ट जतिंदर पाल सिंह, कामर्शियल आर्टिस्ट सुनील प्रिय व भूपिंदर सिंह पहुंच गए थे।
जनाब, एसएमओ ने कमरे का एसी ही उतरवा लिया..
एक्सरे डिपार्टमेंट के इंचार्ज रंजीत कुमार ने डीसी अमित ढाका की चेकिंग के दौरान कहा कि जनाब एसएमओ डा. अवनीश सूद ने एक्सरे डिपार्टमेंट से एसी ही उतरवा लिया है। इस धक्केशाही से मशीन खराब हो सकती है। डीसी के सामने ही एसएमओ पर रंजीत ने गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए। इस पर डीसी ने एक्स-रे डिपार्टमेंट में दोबारा से एसी लगाने की हिदायत दी। गौरतलब है कुछ दिन पहले एक्सरे डिपार्टमेंट का एसी उतार लिया गया था। इंचार्ज ने इस संबंध में एसएमओ को लेटर भी लिखा था। इस पर एसएमओ का जवाब मिला था कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं मालूम है।
एसएमओ-डाक्टरों में है ठनी
दो दिन पहले ही एसएमओ डा. अवनीश सूद के खिलाफ डाक्टरों व अन्य स्टाफ ने मोर्चा खोला था। बात चंडीगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री के दरबार तक भी पहुंची थी। ऐसा माना जा रहा है कि इसी के तहत डीसी अमित ढाका ने वीरवार को सरकारी अस्पताल की चेकिंग करके डाक्टरों की खबर ली।
क्या क्या करने को कहा डीसी ने
-हैजा व डायरिया से बचाव के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरुक करने के आदेश दिए।
-अस्पताल के मेडिकल वार्ड, ब्लड बैंक, डेंटल डिपार्टमेंट, गायनी वार्ड व एक्सरे डिपार्टमेंट का मुआयना करके स्वच्छता की हिदायत दी।
-जल्द ही स्वास्थ्य सहूलियतों के बारे में मेडिकल अफसरों के साथ एक बैठक करने की बात कही।
-ओपीडी व इलाज करवाने वाले स्थान पर भी डस्टबीन रखने की हिदायत दी।
-मोबाइल मेडिकल यूनिट के विजिट किए जाते टूर संबंधी प्रोग्रामों की जानकारी दी जाए और मशीनों की समय-समय पर जांच करवाई जाए।
-विभिन्न जगहों से पानी के सैंपल लिए जाएं।
-ओपीडी व एक्सरे करवाने आने वाले मरीजों के बैठने का उचित प्रबंध हो।
-जन औषधि केंद्र में तरल पदार्थ व सर्जिकल उपकरण भी उपलब्ध हों।
-जन औषधि केंद्र को 24 घंटे खुले।
-जन औषधि केंद्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएं।