प्राइवेट स्कूल संचालकों की मनमर्जी से अभिभावक परेशान
सु¨रदर खोसला, किला लाल ¨सह हाईकोर्ट, शिक्षा विभाग तथा प्रशासन की ओर से आम लोगों के साथ
सु¨रदर खोसला, किला लाल ¨सह
हाईकोर्ट, शिक्षा विभाग तथा प्रशासन की ओर से आम लोगों के साथ प्राइवेट स्कूलों में हो रही लूट और स्कूल वाहन सेफ के तहत कई तरह की पांबदियों की हिदायतें जारी की हुई है, ताकि कोई भी प्राइवेट स्कूल मनमर्जी से बच्चों के अभिभावकों का आर्थिक शोषण न कर सके और स्कूली वाहनों में बच्चे पूरी तरह से सेफ रहे।
इसके बावजूद अधिकतर प्राइवेट स्कूल कानून की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी मनमर्जी कर रहे है। बटाला-डेरा बाबा नानक, कोटली सूरत मल्ली व इसके नजदीक पड़ते क्षेत्रों में स्थित प्राईवेट स्कूल प्रंबंधक अपनी मनमर्जी से स्कूली बच्चों को कापियां, किताबें और यूनिफार्म लेने के लिए मजबूर कर रहे है। वहीं बच्चों को घर से स्कूल ले जाने व छोड़ने वाले स्कूली वाहन भी काफी खस्ता हाल में है, जिसमें बच्चों को बिठा कर उनकी ¨जदगियों से खिलवाड़ किया जा रहा है। कानून के मुताबिक स्कूल वाहन पूरी तरह से सेफ होना चाहिए और प्रत्येक बसों पर स्कूल का पूरा नाम व नंबर लिखा होना चाहिए। वाहन के ड्राइवर को वाहन चलाने का पूरा तजुर्बा होना चाहिए और ड्राइवर यूनिफार्म में होना चाहिए। वहीं कैमरा भी लगा होना अनिवार्य है। लेकिन स्कूली बच्चो को लेकर जाने वाले वाहनों में ऐसा कुछ नहीं है। इस संबंधी जह कोटली सूरत मल्ली क्षेत्र में पड़ते एक प्राइवेट स्कूल का दौरा किया तो गेट पर गेट कीपर की बजाए वहां स्कूल का एक विद्यार्थी खड़ा था, जो गेट खोल व बंद कर रहा था। वहीं बच्चों को किताबें बेचने के लिए स्कूल के एक साइड पर किताबों का ढेर लगा हुआ था। कुछ बच्चों के साथ बात करने पर यह भी पता चला है कि स्कूल में री-एडमिशन भी ली गई है।
शिकायत मिलने पर की जाएगी कार्रवाई : डीसी
इस संबंधी जब डीसी अमित कुमार ने कहा कि इस संबंधी कमिश्नर अथारिटी बनाई गई है। बच्चों के अभिभावक उन्हें शिकायत करें और उसके तुरंत बाद कार्रवाई की जाएगी।