आग से झुलस रहे सड़कों के किनारे लगाए पेड़, वन विभाग बेफिक्र
संवाद सहयोगी, कलानौर पंजाब सरकार की ओर से वातावरण शुद्ध रखने के लिए मुख्य सड़कों के किनारे पौधे लग
संवाद सहयोगी, कलानौर
पंजाब सरकार की ओर से वातावरण शुद्ध रखने के लिए मुख्य सड़कों के किनारे पौधे लगाए गए थे। इसके तहत तीन साल पहले जंगलात विभाग ने पंजाब के 9145 गांवों में 90 लाख विभिन्न किस्म के पौधे लगाने का फैसला लिया था। किसानों की ओर से गेहूं के नाड़ को जलाने के कारण लगी आग की चपेट में आने से क्षेत्र की सड़कों पर जंगलात विभाग की ओर से लगाए गए पौधे बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। सबसे अधिक पौधे कलानौर बटाला व कलानौर रोड पर आग से प्रभावित हुए हैं। वहीं, संबंधित विभाग द्वारा नष्ट हो रही संपत्ति को बचाने के लिए कोई संजीदगी नहीं दिखाई जा रही।
गेहूं की नाड़ जलाने पर लगा रखी है पाबंधी
गौरतलब है कि गेहूं के नाड़ को आग लगाने पर गुरदासपुर के डीसी ने पाबंदी लगाई है, परंतु इसके बावजूद किसान नाड़ को आग लगा रहे हैं, जिससे सड़कों के किनारे लगे जंगलात विभाग के पेड़ों को नुकसान हो रहा है तथा इससे अन्य वनस्पति भी खतरे में है।
सरकार सख्ती से आए पेश : समाजसेवी
इस संबंधी समाज सेवकों ने जंगलात विभाग के उच्चाधिकारियों व डीसी गुरदासपुर से मांग की है कि सड़कों के किनारों पर आग लगाकर जंगलात विभाग की नष्ट हो रही संपत्ति को बचाने के लिए सख्ती बरती जाए।
आग लगाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : डीएफओ
इस संबंधी जंगलात विभाग के डीएफओ बेलवेट सैमसन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क किनारे आग न लगाने के बारे में समय-समय पर किसानों को चेतावनी दी जाती है, पंरतु कुछ किसानों इससे गुरेज नहीं करते। उन्होंने कहा कि वह तुंरत चेकिंग करके विभाग की संपत्ति का नुकसान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।