चीमा बताएं, आत्महत्या के लिए कितना मुआवजा लेंगे : मान
राकेश रेखी, बटाला मंडी बोर्ड पंजाब के उपचेयरमैन रविंदर चीमा के आत्महत्या करने वाले किसानों के बार
राकेश रेखी, बटाला
मंडी बोर्ड पंजाब के उपचेयरमैन रविंदर चीमा के आत्महत्या करने वाले किसानों के बारे में दिए गए बयान की भारतीय किसान यूनियन ने कड़ी निंदा की है। रविंदर चीमा ने कहा था कि कई किसान मुआवजा हासिल करने के लिए आत्महत्या कर रहे है। इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन की बैठक राष्ट्रीय प्रधान पूर्व सासद भूपिंदर सिंह मान की प्रधानगी में हुई। मान ने कहा कि चीमा का बयान बादल सरकार की किसानों के प्रति मानसिकता दर्शाता है। मुख्यमंत्री बादल को तुरत चीमा को उनके पद से निकाल बाहर करना चाहिए। चीमा के बयान से केवल किसान ही नहीं, बल्कि सभी पंजाबी आहत हुए हैं। यह बयान उस समय आया है, जब हर रोज 2-3 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। मान ने चीमा से पूछा है कि वे आत्महत्या करने के लिए कितने पैसे लेंगे।
सरकार का मानसिक संतुलन बिगड़ा
वहीं, पंजाब प्रधान बलदेव सिंह मियापुर ने कहा कि चीमा के बयान से साबित होता है कि अकाली शासकों के दिमाग में सत्ता की ताकत और पैसे का घरूर भर चुका है। पंजाब सरकार 10 सालों से लोगों को लूटने में लगी है और अब जब लोग सरकार का विरोध कर रहे है, तो सरकार का मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा है।