अध्यक्ष बनाने के लिए तलाशी संभावनाएं
प्रदीप लूथरा, बटाला नगर परिषद चुनाव में अलग-अलग हो कर चुनाव लड़े सतारूढ़ गठबंधन की दोनों ही मुख
प्रदीप लूथरा, बटाला
नगर परिषद चुनाव में अलग-अलग हो कर चुनाव लड़े सतारूढ़ गठबंधन की दोनों ही मुख्य पार्टियों के नेता अब नगर परिषद के गठन को लेकर अपने-अपने आकाओं के पास पहुच गए और आखिरी फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि नगर परिषद चुनाव में किसी भी राजनैतिक पार्टी के पास बहुमत नहीं होने के कारण अकाली तथा भाजपा की ओर से नगर परिषद के गठन को लेकर अपने अपने स्तर पर दावे किए जा रहे है जिसको लेकर अभी अनिश्चितता का दौर चला रहा है।
हाल ही में हुए नगर परिषद चुनाव में अकाली दल द्वारा 28 वार्डो तथा भाजपा द्वारा सभी 35 वार्डो में प्रत्याशी खड़े किए थे और अकाली दल को 14 तथा भाजपा को 11 वार्डो में सफलता मिली थी, लेकिन अकाली दल तथा भाजपा को क्रमश: दो-दो आजाद पार्षदों का समर्थन मिलने के बावजूद भी बहुमत नहीं मिला, जिस कारण दोनों ही मुख्य पार्टियों को नगर परिषद गठन करने में मुश्किल आ रही है।
जिसको ध्यान में रखते हुए भाजपा के जिला अध्यक्ष एडवोकेट सुरेश भाटिया द्वारा कल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा से मुलाक ात की और अध्यक्ष बनाने की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया, जिन्होंने फैसला सोमवार तक टाल दिया है। जबकि अकाली दल के हलका प्रभारी लखबीर सिंह लोधीनंगल द्वारा भी मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से मुलाकात से कर उन्हे समझा जा रहा है कि दोनों ही पार्टियों द्वारा नगर परिषद चुनाव अलग-अलग लड़ने के कारण कड़वाहट काफ ी हद तक बढ़ गई। जिसको ठीक करने में समय लग सकता है।