Move to Jagran APP

गन्ना मिल न खोलने के विरोध में किसानों का प्रदर्शन

जागरण टीम, पुरानाशाला, काहनूवान : नवंबर के आखिरी सप्ताह तक जिले में गन्ना मिल चालू न होने के विरोध म

By Edited By: Published: Fri, 28 Nov 2014 07:01 PM (IST)Updated: Fri, 28 Nov 2014 07:01 PM (IST)
गन्ना मिल न खोलने के विरोध में किसानों का प्रदर्शन

जागरण टीम, पुरानाशाला, काहनूवान : नवंबर के आखिरी सप्ताह तक जिले में गन्ना मिल चालू न होने के विरोध में किसानों में भारी रोष है। इसके चलते किसान लगातार संघर्ष कर रहे है। इसी कड़ी में किसान संघर्ष सभा द्वारा दिए गए अल्टीमेटम के बाद शुक्रवार को गुरदासपुर-मुकेरियां जीटी रोड पर चक्काजाम करने के लिए दाना मंडी पुराना शाला में सैकड़ों किसानों को एकत्र किया गया, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से उन्हें वहीं पर रोक दिया गया। इसके रोषस्वरूप किसानों ने थाना पुरानाशाला का घेराव करके थाने के आगे ही संघर्ष शुरू कर दिया।

loksabha election banner

किसानों ने पंजाब सरकार, मिल प्रशासन व सिविल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। किसानों से बातचीत करने के लिए नायब तहसीलदार गुरदासपुर प्रेम कुमार, डीएसपी ठाकुर कमल सिंह के अलावा पुलिस थाना भैणी मिया खां, दीनानगर, मुकेरियां व पुरानाशाला के एसएचओ भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। इस मौके पर ठेकेदार भूपिंदर सिंह गुन्नोपुर ने कहा कि एक तरफ किसानों की बच्चों की तरह पाली गई फसल को खेतों व मंडियों खराब करने के बाद अब जिला गुरदासपुर के किसानों की गन्ने की फसल को भी निजी क्षेत्र के गन्ना उद्योगपतियों से मिलकर पंजाब सरकार उठाने से इंकार कर रही है। किसान नेता अमरजीत सिंह सरपंच भंट्टीया ने कहा कि किसानों की सरकार व मिल प्रबंधकों से आरपार की लड़ाई है। इसमें किसान सड़कों पर उतरने के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों व राज नेताओं का घेराव भी करेगी।

किसान संघर्ष सभा के सरपरस्त मास्टर शीशम सिंह संधू ने कहा कि किसान अपने हक की प्राप्ती होने तक चैन से नहीं बैठेंगे और न ही प्रशासन को बैठने देंगे।

प्रदर्शन के दौरान इंडियन सुकरोज चीनी मिल मुकेरियां के अधिकारी विनोद तिवाड़ी, अशोक चौधरी व बलवंत सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने नायब तहसीलदार प्रेम कुमार व डीएसपी ठाकुर कमल सिंह की उपस्थिति में किसानों से एक दिसंबर तक का समय लिया और मिल चालू करने का विश्वास दिलाया।

किसानों ने अधिकारियों की ओर से दिए गए विश्वास पर असंतुष्टि व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि अगर एक दिसंबर तक मिल चालू नहीं की गई तो अगले हालातों के लिए जिला प्रशासन व मिल प्रबंधक जिम्मेदार होंगे।

किसानों को विश्वास दिलाने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों व किसान नेताओं में हुई बैठक के दौरान मिल प्रबंधकों ने पत्रकारों से बताया कि एक तरफ पंजाब सरकार सहकारी क्षेत्र की गन्ना मिलों को 112 रुपये के हिसाब से सब्सिडी दे रही है, वहीं दूसरी ओर निजी क्षेत्र की गन्ना मिलों को 45 रुपए सब्सिडी देने से मुकर रही है। धरने को भूपिंदर सिंह सेखवां, हरबंस सिंह मंझपुर, बलजीत सिंह, उत्तम सिंह, सुखविंदर सिंह, रणजोध सिंह, गुरप्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सुखदेव सिंह बागड़ीयां, सुखविंदर सिंह, बलजिंदर सिंह चीमा, लखविंदर सिंह, आत्मा सिंह, नरिंदर सिंह, जतिंदर सिंह, जीवन सिंह, बलबीर सिंह, सतनाम सिंह, सोहन सिंह, कर्मजीत सिंह, सुखदेव सिंह, कुलदीप सिंह, गुरनाम सिंह, टहल सिंह, पूर्ण सिंह, बलदेव सिंह सेखवां, गुरभेज सिंह रंधावा, सुरजीत सिंह, लखविंदर सिंह यूके, सतनाम सिंह आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.