संस्कृत बंद करने पर आपत्ति जताई
संवाद सहयोगी, बटाला पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से संस्कृत को पहली से दसवीं कक्षा तक पूरी तरह
संवाद सहयोगी, बटाला
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से संस्कृत को पहली से दसवीं कक्षा तक पूरी तरह से खत्म किए जाने पर विश्व हिदू परिषद ने कड़ी आपत्ति जताई है। विश्व हिदू परिषद के जिला प्रधान रमेश अग्रवाल ने कहा कि पंजाब सरकार का यह फैसला हिदू धर्म विरोधी है। संस्कृत भाषा सभी भाषाओं का जननी है। हमारे सभी धर्म ग्रंथ संस्कृत में रचे गए है। ऐसे में पंजाब की पावन धरती से संस्कृत का नामोनिशान मिटाने के लिए शिक्षा विभाग की कोशिशों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। अग्रवाल ने कहा कि संस्कृत ने ही भारत की एकता को एक सूत्र में पिरोया है। अगर स्कूलों में संस्कृत विषय बंद हो गया तो तो हमारी युवा पीढ़ी पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव में आ जाएगी। इसलिए सरकार को अपना यह फरमान तुरत वापिस लेना चाहिए। अगर ऐसा न किया गया तो इसके विरूद्ध संघर्ष किया जाएगा।