पांच घंटे पावरकट, दिन में 'अंधेरा'
विनोद कुमार, पठानकोट
शहर के कई क्षेत्रों में शुक्रवार को सफेद दिन में अंधेरा छा गया। कारण था बिना सूचना लगाया गया पांच घंटे का लंबा पावरकट। बिजली पर निर्भर दुकानदारों व व्यापारियों का काम खासा प्रभावित हुआ। बड़ी हैरानी की बात थी कि आम जनता को पता हो या न हो, पर कम से कम पूछताछ केंद्र व नोडल शिकायत केंद्र पर तो इस बात की जानकारी हो। एक तो बिना बिजली काम रुके, दूसरा जानकारी न मिलने के कारण लोगों ने खुद को अंधेरे में महसूस किया। शाम के समय इस वजह से पानी की सप्लाई भी नहीं हो पाई उधर एसडीओ का कहना था कि मीटर शिफ्टिंग के चलते बिजली काटी गई थी।
शुक्रवार को पावरकॉम प्रीतनगर फीडर के अधीन आते कई क्षेत्रों में बिजली मीटर बदलने का काम शुरू किया। इसके चलते डल्हौजी रोड स्थित शनिदेव एरिया, डॉक्टर कुमार अस्पताल व मिशन रोड एरिया में दोपहर 1 बजे बत्ती गुल हो गई। लोग तिलमिलाए। कई बार पूछताछ केंद्र पर फोन किया गया, पर जानकारी वहां से भी नहीं मिली कि क्यों लाइट काटी गई है और कब तक छोड़ी जाएगी। आखिर शाम 6 बजे जब आई, तब तक लोग खूब परेशान रहे।
डल्हौजी रोड स्थित बसंत रेस्टोरेंट मिलाप, नरेश कुमार ने बताया कि बिजली न होने की स्थिति में एसी नहीं चले और इस कारण लोग रेस्टोरेंट में नहीं आए। दुकानदार बलविन्द्र सिंह ने कहा कि उन्होंने भी पांच घंटे मक्खी मारकर टाइम पास किया। एल्यूमिनियम का कार्य करने वाले सुनील महाजन ने बताया कि दिनभर लाइट न आने के कारण कोई काम नहीं हुआ। लेबर फ्री बैठी रही और दो ऑर्डर शाम तक पूरे करने थे जो नहीं हो पाए। रेफ्रिजरेटर शो-रुम में काम करने वाले हैप्पी व जिम चलाने वाले भूषण ने कहा कि उनका सारा काम बिजली पर है, लिहाजा शुक्रवार को दिनभर बिजली न होने के कारण वह काफी परेशान रहे।
दुखी उपभोक्ताओं ने पावरकॉम के पूछताछ केंद्र के नंबर 96461-12231 पर फोन किया तो जबाव मिला कि सभी फीडरों को सप्लाई दी जा रही है। नोडल कंपलेंट सेंटर पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। नोडल सेंटर वालों ने तो पहले आधा घंटा बाद लाइट आने की बात कही, लेकिन जब दोबारा पूछा गया तो उन्होंने शिकायत नंबर भी लिखा और जल्द लाइट चालू करने की बात कही। शाम पांच जब उन्हें मीटरों के कारण लाइट बंद होने की बात की तो उनका कहना था कि इस संबंधी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। लोगों ने कहा कि इस तरह बिजली काटना पावरकॉम का गलत कदम है। कहीं तो जानकारी होती।
उधर पावरकॉम ईस्ट सब डिवीजन के एसडीओ गौरव चड्ढा से बात की तो उनका कहना था कि गोदरेज कंपनी के कर्मचारी लोगों के घरों में लगे बिजली के मीटरों को बाहर शिफ्ट करने का काम कर रहे हैं। पांच घंटे बिना सूचना बिजली बंद रखे जाने संबंधी बात की तो उनका कहना था कि सूचना तो होती है, अगर कर्मचारियों ने सूचना नहीं दी भी है तो पता किया जाएगा। एक्सईएन ने भी इस बात को माना कि सूचना देनी चाहिए, लेकिन इस बात को सुनकर फोन बंद कर दिया।