नई सरकार पर आस लगाए वाटर सप्लाई विभाग
दर्शन ¨सह,फिरोजपुर चुनाव आचार संहिता के दौरान पावरकॉम की दिखाई गई पावर से फिरोजपु
दर्शन ¨सह,फिरोजपुर
चुनाव आचार संहिता के दौरान पावरकॉम की दिखाई गई पावर से फिरोजपुर का जलापूर्ति विभाग भी नही बच पाया ।विभाग पर करोड़ों की देनदारी होने के कारण पावर का झटका देते हुए शहर के सात ट्यूबवेलों के कनेक्शन काट दिए गए । महाशिवरात्रि के दिन विभागीय अधिकारियों ने भले ही वाटर सप्लाई को बहाल रखने के लिए इन वाटर बक्सों के कनेक्शन किसी न किसी तरह लगवा लिए है, लेकिन 2 करोड़ के करीब विभाग की देनदारी अभी बरकरार है । इतने बिल का भुगतान विभागीय अधिकारी किस तरह करेंगे इसके बारे में कुछ नही कहा जा सकता, लेकिन अधिकारी नई सरकार पर आस लगाए हुए है । सरकार चाहे किसी भी पार्टी की बने ,लेकिन विभाग ने बिजली के बिल का भुगतान करने के लिए सरकार से मांग करनी ही है । इसके अलावा शहर की नगर कौंसिल पर जलापूर्ति विभाग की देनदारी का बकाया बताया गया है । यह बात खुद जलापूर्ति विभाग के एक्सईएन रमेश चंद्र वर्मा ने कही है।
वर्मा का कहना है कि पावरकॉम विभाग का महकमा करीब 2 करोड का देनदार है और इतनी राशि का भुगतान नई बनने वाली सरकार के साथ साथ नगर कौंसिल से मांग करके करवाया जाएगा। भले ही इसके लिए अभी समय लगेगा। वर्मा ने कहा कि उनकी तरफ से केंद्रीय जेल के दो कनेक्शनों को छोड़ बाकी के पांचों पंपों को चालू करवा लिया था। उन्होंने सत्ता में आने वाली सरकार भी नही चाहेगी कि वह फिरोजपुर वासियों को प्यासा नही रहने देंगे। इसलिए बिजली बिल का भुगतान हर हाल में किया जाएगा। अधिकारी ने यह भी बताया कि फिरोजपुर में वाटर सप्लाई के बिल की दरें भी दूसरे जिलों से काफी कम है, क्योंकि बाकी जिलों में 105 रुपये प्रति माह के हिसाब से बिल लिया जाता है, लेकिन फिरोजपुर में यहीं रेट 30 पर ही टिकी हुई है । यहीं कारण है कि महकमे के पास वाजिब राशि जमा नहीं हो रही और बिजली भुगतान भी इसी कारण ही रुका पड़ा है। कुछ साल पहले कौंसिल के अधीन आने वाले वाटर पंपों का कार्यभार विभाग पर थोप दिया गया था। नए सिरे से काम चलाने के लिए मुश्किलें भी आई थी । डीसी ने की थी विभागीय अधिकारियों से मांग-एसई पावरकॉम पावरकाम विभाग के एसई नरेंद्र प्रताप ¨सह ढिल्लों से कनेक्शन चालू करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि डीसी की तरफ से इस मामले में विभाग के ¨प्रसिपल सचिव से बिल जमा करवाने की बात कही थी और पंपों के कनेक्शन चालू करने को कहा गया था । इसी मांग पर ही शहर के सातों कटे कनेक्शनों का जोड़ा गया है ।