Move to Jagran APP

आरटीई पर नहीं चलेगी स्कूलों की मनमानी

By Edited By: Published: Sun, 21 Apr 2013 04:46 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2013 04:47 PM (IST)
आरटीई पर नहीं चलेगी स्कूलों की मनमानी

सर्बजीत सिंह, फिरोजपुर : आरटीई को लेकर किसी प्रकार की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरटीई की शर्ते पूरी न करने पर जिले में 27 स्कूलों की मान्यता रद की जा चुकी हैं। इसके बावजूद ये स्कूल चलते पाए गए तो इनके खिलाफ भारी जुर्माना किया जाएगा। वहीं गलत तरीके से मान्यता हासिल करने वाले स्कूलों की भी पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी। यह कहना है जिला शिक्षाधिकारी (डीईओ) अमृतपाल सिंह भंट्टी का। उन्होंने कहा कि इसे लेकर सोमवार से अभियान चलाया जाएगा।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि कानून से बड़ा कोई नहीं है। आरटीई को लेकर राज्य सरकार ने सख्ती बरतनी आरंभ कर दी है। राज्य सरकार को गुमराह करने वाले स्कूल और अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी। हो सकता है कि इस काम में थोड़ा वक्त लगे, लेकिन शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका स्वयं इस बात को देख रहे हैं। वो बिना बताए दौरा भी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब के लिए यह एक्ट और भी फायदेमंद है क्योंकि पंजाब में शिक्षा का स्तर देश स्तर पर काफी गिरा था। स्वयं मुख्यमंत्री प्रकाश ंिसह बादल भी राज्य में शिक्षा के स्तर को उठा उठाने के पक्ष में है और ऐसे में क्वालिटी एजुकेशन के लिए जरूरी है कि आरटीई का पालन किया जाए।

वहीं, दूसरी तरफ डिप्टी कमिश्नर मंजीत सिंह नारंग ने भी कहा है कि सोमवार को वे शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लिस्ट लेकर एक टीम का गठन करेंगे जो जमीनी हकीकत को देखकर तमाम वे स्कूलों को भी बंद करवाएगी, जो आरटीई के नियमों को पालन नहीं करते।

विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस बार चाहकर भी शिक्षा विभाग के अधिकारी ऐसे स्कूलों को नहीं बचा पाएंगे। वे कहते हैं कि दरअसल इन स्कूलों को बंद करने में देरी इसलिए की जा रही है क्योंकि विभाग के लोग गुमराह करने का काम कर रहे हैं। इन कर्मचारियों का दावा है कि जैसे पहले स्कूल चल रहे थे वैसे अब भी चलेंगे। इसी आड़ में अपने रिश्तेदारों के चलने वाले स्कूलों की मदद करने का काम कर रहे हैं।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.