3 करोड़ खर्च करने के बावजूद शहर की स्ट्रीट लाइटें बंद
-बंद पड़ी स्ट्रीट लाईटों ठीक न की तो करेंगे संघर्ष: सचदेवा फोटो-27 जेएनएन, मोगा : लंबे सम
-बंद पड़ी स्ट्रीट लाईटों ठीक न की तो करेंगे संघर्ष: सचदेवा
फोटो-27
जेएनएन, मोगा : लंबे समय से विकास को तरस रहे मोगा निवासी पिछले कुछ महीनों से स्ट्रीट लाइटो से संबंधित बड़ी समस्या का सामना कर रहे हैं। अफसोस है कि नगर निगम की तरफ से सालाना करीब तीन करोड़ रुपये स्ट्रीट लाइटों के खर्च करने के बावजूद शहर की तकरीबन 50 प्रतिशत स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। उक्त विचार एंटी क्रप्शन अवेयरनेस ऑर्गेनाइजेशन पंजाब के चेयरमैन पार्षद गुरप्रीत ¨सह सचदेवा ने एक बैठक के दौरान व्यक्त किए। गुरप्रीत ¨सह सचदेवा ने कहा कि नगर निगम आधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि वह रात के समय अलग-अलग वार्डो में जाकर चैक करें। उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतों के बाद भी स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं करवा जा रही हैं। इस मौके जसविंदर ¨सह बॉबी, जरनैल ¨सह सराय, प्रेम गर्ग, बलविंदर ¨सह भली, रकेश कुमार, जनक राज, टहल ¨सह, प्यारा ¨सह, दीपक अरोड़ा, गुरबचन ¨सह लड्डू, वजीर ¨सह, दीपक जिन्दल, देव चंद्र आदि उपस्थित थे।
वार्ड नंबर तीन की 117 लाइटें बंद
गुरप्रीत ¨सह सचदेवा ने कहा कि 24 फरवरी को रात के समय वार्ड नंबर-तीन की सभी स्ट्रीट लाइटों की चै¨कग की गई। इनमें से 117 बंद व 21 लाइटों सेट पोल श्ििफ्टंग करके गायब पाए गए। अकेले वार्ड नंबर-तीन में 123 स्ट्रीट लाइटें नहीं चल रही है। ऐसे में 50 वार्डों में तकरीबन 6000 प्वाइंट बंद होने की संभावना हैं।
सात दिन के अंदर ठीक करवाने की चेतावनी
गुरप्रीत ¨सह सचदेवा ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सात दिनों के अंदर शहर की सभी स्ट्रीट लाइटें ठीक न करवाई तो मोगा निवासियों के सहयोग से संस्था की तरफ से बड़े स्तर पर संघर्ष शुरू किया जाएगा । इसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
राजू