फीस माफी के बावजूद शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के रोके सर्टिफिकेट
यह पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली व मनमानी ही हे कि उसने 100 दलित विद्यार्थियों के 12वीं की परीक्षा के डिटेल मार्क्स सर्टिफिकेट रोक लिए हैं। ऐसा उनके द्वारा दाखिला फीस न भरने के कारण किया गया है। इन विद्यार्थियों को पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के तहत इससे छूट
फरीदकोट: यह पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली व मनमानी ही हे कि उसने 100 दलित विद्यार्थियों के 12वीं की परीक्षा के डिटेल मार्क्स सर्टिफिकेट रोक लिए हैं। ऐसा उनके द्वारा दाखिला फीस न भरने के कारण किया गया है। इन विद्यार्थियों को पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के तहत इससे छूट मिली हुई है।
इन दलित विद्यार्थियों की दाखिला सहित दूसरी फीस समाज भलाई विभाग द्वारा जमा कराइ्र जाती है। शिक्षा विभाग दलित छात्रों से प्रति छात्र 1100 रुपये फीस वसूल करता रहा है। जब इस बारे में दलित छात्रों को पूरी जानकारी और अधिसूचना मिली, तो उन्होंने फीस भरने से इन्कार करने के बाद बड़े स्तर पर अपने हक के लिए संघर्ष शुरू कर दिया।
उधर, पंजाब सरकार की ओर से 3 नवंबर, 2014 को पत्र जारी कर हिदायत दी कि दलित विद्यार्थियों से कोई फीस न ली जाए और उनकी फीस समाज भलाई विभाग द्वारा अदा की जाएगी। इस फैसले और पत्र के बाद शिक्षा बोर्ड ने बिना फीस लिए सभी दलित विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी थी।
अब परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जब इन विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट नहीं आए, तो उन्होंने बोर्ड से संपर्क किया। इस पर उन्हें पता चला कि उनके सर्टिफिकेट फीस न भरने के कारण रोक लिए गए हैं। इसके चलते अब ये विद्यार्थी किसी भी विभाग या शिक्षा संस्थान में अप्लाई नहीं कर सकते हैं।
सर्टिफिकेट न आने पर उक्त विद्यार्थियों ने कहा कि इसके कारण उन्हें पढ़ाई के लिए आगे दाखिला लेने में परेशानी आ रही है। सभी कॉलेजों की ओर से दाखिला प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अन्य सभी छात्रों को विभाग ने सर्टिफि केट भेज दिए है।
उधर, इस बारे में शिक्षा अधिकारी सुखचैन सिंह गिल का कहना है कि स्कालरशिप स्कीम के तहत विद्यार्थियों की फीस प्राप्त हो चुकी है और कुछ ही दिनों में उक्त विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट जारी कर दिए जाएंगे।