उपकुलपति कर रहे कर्मचारियों को गुमराह
संवाद सहयोगी, फरीदकोट बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंस फरीदकोट व इससे संबंधित गुरु गे¨बद ¨सह
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंस फरीदकोट व इससे संबंधित गुरु गे¨बद ¨सह मेडिकल कालेज व अस्पताल फरीदकोट, यूनिवर्सिटी नर्सिग कालेज फरीदकोट, यूनिवर्सिटी फिजियोथैरेपी कालेज फरीदकोट व यूनिवर्सिटी फार्मेसी कालेज के अलावा यूनिवर्सिटी अंतर्गत आने वाले कैंसर अस्पताल भ¨ठडा, नर्सिग कालेज बादल, नर्सिग कालेज जलालाबाद व नर्सिग कालेज गोइदवाल के सैकड़ों कर्मचारी जो कि अपनी सेवाएं रेगुलर, यूनिवर्सिटी अंडर करवाने के लिए पिछले तीन दिनों से रोष प्रदर्शन कर रहे है ने दोष लगाया है कि यूनिवर्सिटी के उपकुलपति यहां काम करने वाले कर्मचारियों व सरकार को गुमराह कर रहे है और उन्हें जानबूझ कर पक्का नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी खुदमुखतारी संस्था होती है और इसने अपने फैसले खुद लेने होते हैं। इसके अलावा उपकुलपति कह रहे हैं कि कर्मचारियों को पक्के करने का मामला हाईकोर्ट के अधीन है। सांझी मुलाजिम संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने बताया कि राज्य सरकार ने 2011 में यह फैसला किया था कि तीन साल ठेके पर नौकरी करने वाले कर्मचारियों की सेवाओं को रेगुलर कर दिया जाएगा, जिसके लिए 2016 में एक्ट बनाया गया था। पिछले दिनों माननीय हाईकोर्ट की और से इसी एक्ट तहत 142 नर्सो को रेगुलर कर दिया गया है। कमेटी सदस्यों ने कहा कि जो केस हाईकोर्ट में चल रहा है वह राज्य सरकार की और से चल रहा है, जबकि यूनिवर्सिटी तो इस केस में पार्टी ही नही हैं और अगर है तो यूनिवर्सिटी खुलासा करे।