3.. जैसे घर का माहौल होगा, बच्चा भी वैसा ही बनेगा
संत निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित कार्यक्रम में महिला अनुयायियों ने रखें अपने विचार संवाद सहयोगी,
संत निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित कार्यक्रम में महिला अनुयायियों ने रखें अपने विचार
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा :
स्थानीय फरीदकोट रोड स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में संयोजक स्तरीय महिला समागम का आयोजन किया गया। इसमें कोटकपूरा के अतिरिक्त जैतो, फरीदकोट, बरगाड़ी व सिक्खांवाला से महिला अनुयायियों ने हिस्सा लिया। इस समागम की अध्यक्षता गुरप्रीत कौर भाटिया फरीदकोट द्वारा की गई। समारोह का विषय घर परिवार में गुरमति, बच्चे का पहला विद्यालय घर ही होता है, गुरु का वचन मानना ही गुरु पूजा, भय के बिना भक्ति नहीं तथा सत्संग जीवन में परिवर्तन लाती है, थे। इन पर विभिन्न महिला अनुयायियों द्वारा अपने विचार पेश किए गए। घर परिवार में गुरमति विषय पर विचार व्यक्त करते हुए जैतो से बहन शकुंतला व वीना ने कहा कि गुरु के बिना जीवन में लक्ष्य की प्राप्ति नहीं है। इसलिए हमें गुरमति के अनुसार चलना चाहिए। कोटकपूरा से बहन मीनाक्षी, वीनस व प्रिया ने गुरु का वचन मानना ही गुरु की पूजा विषय पर बोलते हुए कहा कि सिर्फ सत्संग में जाना या गुरु के विचार सुनना ही भक्ति नहीं है। बल्कि गुरु के वचनों को जीवन में अमल में लाना ही भक्ति तथा गुरु की पूजा है। बच्चे का पहला विद्यालय घर ही होता है विषय पर बोलते हुए बलजीत कौर व रजनी गोयल ने कहा कि जैसा हमारे घर का माहौल अथवा वातावरण होगा, बच्चा बड़ा होकर वैसा ही बनेगा। सत्संग जीवन में परिवर्तन लाती है विषय पर बोलते हुए बरगाड़ी से बहन अमन व गुरमीत कौर ने कहा कि सत्संग हमें जीवन जीने की कला सिखाती है तथा दिशा प्रदान करती है। समागम की अध्यक्षता कर रहीं गुरप्रीत कौर भाटिया ने कहा कि महिलाओं का गृहस्ती जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए वे रोल मॉडल बने और नम्रता, सहनशीलता, संयम आदि अपनाएं। इस दौरान मंच संचालक की भूमिका दिलप्रीत कौर ने निभाई तथा बहन अमृत कौर ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर विमल मठनेजा, परमजीत कौर, जसवीर कौर, ¨डपल, रम्मी अरोड़ा, एपीआरओ द¨वदर अर्शी, पल¨वदर राजा, पुरषोत्तम मनचंदा, नछत्तर सहोता, हरबंस ¨सह, राजू शर्मा, र¨वदर रॉकी आदि उपस्थित थे।