फरीदकोट व मोगा में झोलाछाप डॉक्टर पकड़े
बिना योग्यता क्लीनिक चला रहा डॉक्टर पुलिस रिमांड पर भेजा संवाद सहयोगी, कोटकपूरा बिना किसी योग्य
बिना योग्यता क्लीनिक चला रहा डॉक्टर पुलिस रिमांड पर भेजा
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा
बिना किसी योग्यता के गांव में क्लीनिक चला उपचार के नाम पर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे एक झोलाछाप चिकित्सक को थाना सदर पुलिस ने काबू किया है। आरोपी से पुलिस ने भारी मात्रा में दवाइयां व उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाले औजार बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपी चिकित्सक के विरुद्ध धोखाधड़ी व मेडिकल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर शुक्रवार को आरोपी को फरीदकोट अदालत में पेश कर दिया गया। थाना सदर कोटकपूरा के प्रभारी खेम चंद पराशर ने बताया कि थाने के अधिकारी रूप चंद के नेतृत्व में गांव संधवा के पास गश्त कर रही पुलिस पार्टी को गुप्त सूचना मिली कि गांव संधवा की नानकसर बस्ती में रहता कुलवंत ¨सह बिना किसी योग्यता के खुद को डाक्टर बताकर लोगों का उपचार करता है। सूचना के आधार कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दवा निरीक्षक हर¨जदर ¨सह व सिविल अस्पताल कोटकपूरा के चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश कुमार को साथ लेकर बताए उक्त के क्लीनिक पर छामामारी की। इस दौरान बड़ी मात्रा में दवाइयां व औजार बरामद किए गए।
मामले की जांच कर रहे अधिकारी इंस्पेक्टर रूप चंद ने बताया कि खुद को डॉक्टर बताकर लोगों का उपचार करने वाले आरोपी कुलवंत ¨सह को गिरफ्तार कर फरीदकोट अदालत में पेश किया जहा से उसे और जांच के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। जांच में आरोपी के पास से कोई प्रतिबंधित नशीली दवाई नहीं मिली है। आरोपी ने खुद को चिकित्सक बताकर एक प्रमाण पत्र दिखाया जिसे स्वास्थ्य अधिकारियों ने जाली बताया। फिलहाल उन्होने उक्त प्रमाण पत्र को सत्यापन के लिए भेज जांच शुरू की है व इसका परिणाम आने पर ही आगे की कार्रवाई होगी।
बिना लाइसेंस के पिछले कई सालों से लोगों की सेहत से कर रहा था खिलवाड़
जागरण संवाददाता, मोगा : बिना डॉक्टर की डिग्री या फिर ड्रग लाइसेंस लिए बिना खुद को डाक्टर कहलाने वाले कुल¨वदर ¨सह उर्फ कीना को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजने की पूरी तैयारी कर ली है। बरसों से कीमती जानों के साथ खिलवाड़ करते आ रहे इस शख्श के खिलाफ विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज कर पुलिस ने अन्य झोलाछाप डाक्टरों संबंधी जानकारियां लेना शुरू कर दी हैं। दिलचस्प है कि इस झोलाछाप डॉक्टर के बारे में सेहत विभाग पूरी तरह से अंजान था। बाघापुराना के गांव रोडे में अपनी दो नंबर की डाक्टरी चमकाने वाले फर्जी डाक्टर के पकड़े जाने के बाद कई अन्य झोलाछाप डाक्टर पकड़े जाने के डर से भूमिगत हो चुके है। मामले की जांच कर रहे एएसआइ मन¨जदर ¨सह का कहना है कि बीते सप्ताह उन्हें गुप्त सूचना मिली थी। वीरवार को झोलाछाप डाक्टर की दुकान पर दबिश देकर उसे रंगे हाथों काबू कर लिया गया। प्राथमिक पूछताछ के दौरान झोलाछाप डाक्टर अपने कोई भी डाक्टरी डिग्री या केमिस्ट लाइसेंस पेश नहीं कर पाया। पुलिस ने तलाशी के दौरान करीब 1200 गोलियां व कैप्सूल बरामद किए हैं। जिन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है। जांच अधिकारी के अनुसार आरोपी झोलाछाप डाक्टर कुल¨वदर ¨सह रहने वाला गांव लंडे का है जबकि वह दुकान गांव रोडे में करता है।
एसएसपी संदीप गोयल ने मोगा में पदभार संभालते ही साफ कर दिया था कि वह नशे की तस्करी करने वाले किसी भी आरोपी को नहीं बख्शेंगे, क्योंकि उनकी नियुक्ति मोगा में सरकार इस उम्मीद से की है कि वह मोगा जिले को जल्द से जल्द नसा मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।