नेस वाडिया का भतीजा बता IPL मैच में हंगामा कर रहा युवक साथियों सहित काबू
खुद को पंजाब किंग्स इलेवन के सह मालिक नेस वाडिया का भतीजा बनाने वाले युवक व उसके नौ साथियाें को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वे आइपीएल का मैच देखने जा रहे थे , इसी दौरान स्टेडियम के बाहर वाहनों की चेकिंग करने पर विवाद हो गया।
जागरण संवाददाता, मोहाली। किंग्स इलेवन पंजाब और राइजिंग पुणे सुपर जाएंट्स के बीच रविवार को हुए मैच के दौरान पार्थ वाडिया और उसके आठ दोस्तों व बाउंसर ने पीसीए स्टेडियम के बाहर जमकर हंगामा किया। विवाद वाहनों की चेकिंग को लेकर हुआ। आरोपियों ने पुलिसकर्मियों से गाली गलौज और मारपीट की। आरोपी पार्थ वाडिया खुद को पंजाब क्रिकेट इलेवन के सह मालिक नेस वाडिया का भतीजा बता रहा था, हालांकि पुलिस इससे इनकार कर रही है। आरोपियों की गाड़ी से पिस्तौल बरामद हुई है। पुलिस ने सभी 10 आराेपियाें को गिरफ्तार कर लिया गया। सोमवार को नौ को अदालत से जमानत मिल गई।
मोहली के पीएसी स्टेडियम परिसर के बाहर वाहनों की चेकिंग के दौरान हुआ विवाद
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी पार्थ वाडिया बहुत बड़े व्यापारी का बेटा है। उसके पिता का दिल्ली और नोएडा में शराब, कंस्ट्रशन के अलावा कई अन्य कारोबार हैं। आरोपी अपने दोस्तों व बाउंसर के साथ था। आरोपी के बाउंसर के पास लाइसेंसी रिवाल्वर भी मिला जिसका लाइसेंस सिर्फ उत्तर प्रदेश में वैध है।
पुलिस की गिरफ्त में पार्थ वाडिया का गनमैन।
ये है पूरा मामला
पार्थ वाडिया अपने दोस्तों के साथ टाटा सफारी, जिप्सी, फोर्स में मैच देखने के लिए पहुंचा था। स्टेडयम परिसर के बाहर पुलिस वाहनों की चेक्रिग कर रही थी। पुलिसकर्मियों ने पार्थ और उसके साथियों की गाड़ी को चेकिंग के लिए रोका तो उन्हाेंने इसका विरोध किया। पुलिसकर्मियों से उनकी बहसबाजी शुरू हो गई।
उत्तर प्रदेश के उद्योगपति को पुत्र है पार्थ वाडिया, वाहन से मिली पिस्तौल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने कहा कि वे नेस वाडिया के रिश्तेदार हैं। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, अपने वाहनों की तलाशी दो। इस आरोपियों ने पैंतरा बदला और कहा कि एसएसपी सफारी में बैठै हैं।
इसके बावजूद पुलिस ने वाहनों की तलाशी लेनी शुरू कर दी। तलाशी में एक गाड़ी से एक .32 बोर का रिवाल्वर गाड़ी में बरामद हुआ। पुलिस कर्मचारियों ने कहा कि इसके बाद आरोपियों ने जमकर गाली गलौज की और हाथापाई पर उतर आए। मौके पर आलाधिकारी भी पहुंच गए और अधिकारियों की फोन की घंटियां बजने लगीं। लेकिन तब तक आरोपियों पर कार्रवाई कर दी गई थी।
पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया। इसमें बाउंसर जतिंदर कुमार को छाेड़कर अन्य सभी को जमानत मिल गई। जतिंंदर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिश गया।
ये है आरोपी
आरोपियों की पहचान पार्थ वाडिया, बाउंसर जतिंदर कुमार, मनदीप सिंह, समीर खुराना, तेजिंदर सिंह, हरदीप सिंह, शाम सुंदर, रशपाल सिंह, कमल सिंह, सुधीर कुमार के तौर पर हुई।