सड़क दुर्घटना में पति की मौत के बाद महिला का साहसिक कदम, ऐसे बचाई पांच लोगों की जान Chandigarh News
पीजीआइ में इलाज के दौरान कश्मीर कौर के पति 43 वर्षीय मोहिंदर पाल को 9 अक्तूबर को हुए सड़क हादसे में गंभीर चोटें आईं थीं।
चंडीगढ़, जेएनएन। ग्राम मालाबेडियन, जिला नवांशहर की कश्मीर कौर ने अपने पति के ऑर्गन डोनेट कर दो दृष्टिहीनों की जिंदगी में रोशनी लाने के साथ ही जिंदगी की जंग लड़ रहे तीन अन्य मरीजों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई है। उसके पति के ऑर्गन पीजीआइ में भर्ती लीवर और किडनी फेल्योर के तीन मरीजों के साथ ही दो दृष्टिहीनों को भी दिए गए हैं। पीजीआइ प्रशासन ने डोनर की पत्नी समेत उसके परिजनों के इस निर्णय की सराहना की है। पीजीआइ में इलाज के दौरान कश्मीर कौर के पति 43 वर्षीय मोहिंदर पाल को 9 अक्तूबर को हुए सड़क हादसे में गंभीर चोटें आईं थीं। मोहिंदर का इलाज पीजीआइ चंडीगढ़ में चल रहा था।
ग्राम मालाबेडियन निवासी 43 वर्ष के मोहिंदर पाल 9 अक्तूबर को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये। उनके सिर पर गहरी चोट लगी थी। परिजनों ने उन्हें तत्काल नवांशहर के सीविल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां स्थिति बिगड़ने पर उसे पीजीआइ रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान 11 अक्तूबर को मोहिंदर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। पीजीआइ रोटो के नोडन प्रो. विपिन कौशल ने बताया कि ब्रेन डेड होने के बाद परिजनों की रजामंदी से ऑर्गन डोनेशन की प्रक्रिया पूरी कराई गई।
दूसरों के जीवन में घोल गए खुशियां
मोहिंदर की पत्नी कश्मीर कौर का कहना है कि इस दु:ख की घड़ी में इस बात का संतोष है कि मेरे पति दुनिया से जाकर भी पांच लोगों की जिंदगी में खुशियां दे गये हैं। उनके बिना मेरा और मेरे बच्चों का जीवन तो जैसे रूक गया है लेकिन उन पांच लोगों के परिवार की जिंदगी रफ्तार पकड़ेगी। अपने पति को खोने का गम मैं जिंदगीभर नहीं भुला पाऊंगी, लेकिन उनके अंगदान करने के निर्णय से मन को शांति मिल रही है। यह सच है कि मेरे बच्चे पूरी जिंदगी अपने पिता के न होने का दु:ख उठाएंगे। मगर उनके पिता के कारण जिन पांच परिवारों को खुशी मिली है उनक प्रार्थना हमारे बच्चों के भविष्य को रोशन करेगी।
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