एसएस सारों चीफ जस्टिस बनकर लेंगे विदाई, नियुक्ति के आदेश जारी
जस्टिस एसएस सारों पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के जजों की वरिष्ठता सूची में दूसरे स्थान पर वरिष्ठतम जज हैं। अब वे चीफ जस्टिस बनने जा रहे हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के दूसरे वरिष्ठत जज जस्टिस एसएस सारों अपनी रिटायरमेंट से ठीक पहले चीफ जस्टिस बनने जा रहे हैं। हाईकोर्ट के वर्तमान चीफ जस्टिस के छुट्टी पर जाने के चलते उन्हें चीफ जस्टिस नियुक्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। यह मात्र एक संयोग नहीं है कि जस्टिस सारों की रिटायरमेंट से ठीक पहले यह स्थिति बनी है, पूरे हाईकोर्ट में मुख्य न्यायधीश जस्टिस एसजे वजीफदार की दरियादिली की चर्चा है। इससे पहले 15 अगस्त को भी चीफ जस्टिस एसजे वजीफदार ने दूसरे वरिष्ठतम जज को झंडा फहराने का मौका दिया था।
जस्टिस एसएस सारों पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के जजों की वरिष्ठता सूची में दूसरे स्थान पर वरिष्ठतम जज हैं। पिछले काफी समय से उनके चीफ जस्टिस बनकर शिमला हाईकोर्ट जाने की अटकलें लगाई जा रही थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। इसके चलते वे हाईकोर्ट के जज के रूप में ही 3 सितंबर को रिटायर होने वाले थे। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जब झंडा फहराने का मौका आया, तो चीफ जस्टिस एसजे वजीफदार ने जस्टिस सारों को सम्मान देने के लिए उन्हें झंडा फहराने की जिम्मेदारी सौंप दी, जबकि वे स्वयं वहां मौजूद थे।
इसके बाद से ही उनकी दरियादिली हाईकोर्ट में चर्चा का विषय बनी थी। इसी बीच अब केंद्र सरकार से आए आदेशों ने सभी को चौंका दिया है। केंद्र की ओर से जारी आदेशों के अनुसार जस्टिस एसएस सारों को मुख्य न्यायाधीश कार्यालय संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। अक्सर इस प्रकार के आदेशों में चीफ जस्टिस की गैरमौजूदगी में एक्टिंग चीफ जस्टिस आदेशों में लिखा जाता है। इन आदेशों मेंं एक्टिंग चीफ जस्टिस शब्द का इस्तेमाल भी नहीं किया गया है। ऐसे में अब 21 अगस्त से 29 अगस्त तक जस्टिस एसएस सारों हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्य करेंगे।