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फ्रास से लाई डेढ़ करोड़ की मशीन से होगी पेड़ों की ट्रीमिंग

जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर के रिहायशी एरिया में लगे ऊंचे-लंबे पेड़ों की कटाई को ल

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 03:01 AM (IST)
फ्रास से लाई डेढ़ करोड़ की मशीन से होगी पेड़ों की ट्रीमिंग
फ्रास से लाई डेढ़ करोड़ की मशीन से होगी पेड़ों की ट्रीमिंग

जागरण संवाददाता, मोहाली : शहर के रिहायशी एरिया में लगे ऊंचे-लंबे पेड़ों की कटाई को लेकर जो परेशानी हो रही थी अब उसे दूर कर दिया जाएगा। नगर निगम ने शहर के लोगों की माग को देखते हुए फ्रास से डेढ़ करोड़ रुपये में ट्रीमिंग मशीन खरीदी है। यह मशीन मोहाली पहुंच गई है। फ्रास से बुलाए इंजीनियर मशीन को असेंबल करेगे। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक मशीन फेज-9 स्थित मेकेनिकल स्वीपिंग कंपनी लायंस की वर्कशॉप में पहुंच चुकी है। यहा पर फ्रास से बुलाए गए इंजीनियर इस मशीन को असेंबल करने का काम सोमवार तक शुरू कर देंगे। ताकि इसके बाद मशीन का ट्रायल लिया जा सके। नगर निगम की ओर से इस मशीन को पूरे शहर में इस्तेमाल किया जाएगा। मेयर कुलवंत सिंह के प्रयास से यह मशीन खरीदी गई है। मशीन खरीदने की अनुमति हाउस की बैठक में पहले ही दी जा चुकी है। इस मशीन के आने से जहा काम जल्दी होगा, वहीं, पेड़ों ही ट्रीमिंग इस प्रकार से होगी ताकि पेड़ों की लाइफ और बढ़ सके। नगर निगम की ओर से अब होर्टिकल्चर का काम गमाडा ने अपने हाथों में लिया है। इसलिए इस काम को लेकर इस मशीन से और निपुणता होगी।

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विदेशी दौरे के दौरान मेयर ने देखी थी मशीन

मेयर कुलवंत सिंह फ्रास गए थे। उन्होंने नगर निगम की हाउस मीटिंग में अपनी इस यात्रा को लेकर सभी सदस्यों को बताया था कि वहा पर एक ऐसी मशीन देखी जो पेड़ों को इस प्रकार से ट्रिमिंग करती थी कि पेड़ को कोई नुकसान नहीं होता। उन्होंने हाउस से पूछा कि क्या इस मशीन को खरीदा जाए। हाउस ने इसकी सहमति दी। उसके बाद हाउस में प्रस्ताव पारित किया गया। जिसके तहत फ्रास से मशीन इंपोर्ट कर मोहाली लाई गई है।

कई बार मोटी टहनियों को काट देते थे कर्मचारी

यह कोई पहली बार का मसला नहीं है, बल्कि कई बार ऐसा होता था कि होर्टिकल्चर के कर्मचारी पेड़ों की ट्रीमिंग के नाम पर पेड़ों की मोटी टहनिया काट देते थे। इसके कारण दो होर्टिकल्चर कर्मचारियों की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी भी खुली थी। मात्र नगर निगम नहीं बल्कि पावरकॉम के कर्मचारी भी पेड़ों की ट्रीमिंग के नाम पर पेड़ों को ही काटते रहे हैं। यह मशीन आ जाने के कारण केवल निगम को फायदा होगा बल्कि पावरकॉम के अधिकारी भी इसका प्रयोग निगम अधिकारियों को बताकर कर सकते हैं। क्योंकि हाईटेंशन वायरों के नीचे लगे पेड़ों की टहनियों के कारण स्पार्किग होती थी और कट्स लग जाते थे।

पेड़ों के कारण होता नुकसान

करीब महीने पहले फेज-3बी2 की मार्केट में पार्किग में लगा एक पुराना पेड़ जोकि काफी ऊंचा था और उसकी टहनिया काफी फैली हुई थी। तेज बारिश और हवा चलने के कारण जड़ से उखड़ गया था। इस पेड़ के गिरने के कारण शोरूम के होर्डिग्स दीवार तक टूट गई। इन पेड़ के गिरने के कारण नीचे खड़ी तीन गाड़िया, चार एक्टिवा बाइक टूट गए थे। यही नहीं जिस समय यह हादसा हुआ उस बरामदे में काफी लोग भी खड़े थे जोकि बारिश के कारण रुके हुए थे। वहीं गत सप्ताह फेज-6 में बिजली के खंभे पर पडे़ गिरने के कारण आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे।

40 फीट ऊंचे पेड़ों को काटना होता था मुश्किल

लंबे-ऊंचे पेड़ होने के कारण इन पर चढ़कर इनकी ट्रीमिंग करना काफी परेशानी होती थी। इसलिए निगम गमाडा का होर्टिकल्चर विंग इन पेड़ों की कटाई को लेकर कभी भी अग्रसर नहीं हुआ। जिस कारण यह पेड़ इतने लंबे हो गए हैं कि इनके गिरने का खतरा बना रहता है। इन पेड़ों को किसी भी प्रकार से उखाड़ा भी नहीं जा सकता था। शहर के रिहायशी एरिया में गमाडा की ओर से बहुत से ऐसे पेड़ लगाए गए हैं। जिनकी ऊंचाई 30 से 40 फुट या उससे ज्यादा है। यह पेड़ सीधे हैं। किसी भी तेज हवा के कारण यह मकानों वाहनों पर गिरकर नुकसान करते रहे हैं। जिसके चलते रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन इन पेड़ों की ट्रीमिंग का मसला उठाती रही है। ताकि लोगों का नुकसान हो सके। निगम के मेयर कुलवंत सिंह ने कहा कि मशीन जल्द ही सड़कों पर काम करना शुरू कर देगी फिलहाल इसका ट्रायल लिया जाएगा।


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