चंडीगढ़ में कार में एक साथ ऑफिस आए तो मिलेगा इंसेटिव, फ्री पार्किंग जैसी सुविधा
चंडीगढ़ प्रशासन रोज-रोज के ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए कार पुलिंग सिस्टम को लागू करेगा। अगर आप कार से अन्य कर्मचारियों के साथ आते हैं तो इंसेंटिव भी मिलेगा और पार्किंग शुल्क से भी मुक्ति मिल सकती है।
जेएनएन, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के स्कूलों और कॉलेजों के साथ-साथ गवर्नमेंट ऑफिस से कार पुलिंग की शुरुआत होगी। प्रशासन का मकसद इसके जरिए शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाना है। कार पुलिंग को लोगों के सहयोग से ही शुरू किया जाएगा। प्रशासन इसके लिए कोई जबरदस्ती नहीं करेगा, बल्कि लोगों को स्वेच्छा से इस पर काम करने को कहा जाएगा। इन दिनों स्कूल में पूरी स्ट्रेंथ में स्टूडेंट्स नहीं आ रहे। जब कोरोना के बाद आवाजाही बढ़ेगी तो कार पुलिंग को शुरू किया जाएगा। शहर के प्राइवेट स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग में पेरेंट्स को जागरूक करने के लिए कहा जाएगा। प्रशासन की ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में पहले भी यह मुद्दा आया था। अब अगली मीटिंग में इसकी एग्जीक्यूशन का प्लान लाया जाएगा।
कोरोना महामारी से पहले सामान्य दिनों में शहर के प्राइवेट स्कूलों के बाहर छुट्टी के समय जाम की स्थिति बनी रहती है। हाई कोर्ट ने शहर के कई स्कूलों के बाहर छुट्टी के समय वन वे ट्रैफिक के आदेश दिए हुए हैंं। स्कूलों को कहा जा रहा है कि वह पेरेंट्स को कार पूल के जरिए यह बच्चों को स्कूल भेजने का प्रयास करें। शहर के गवर्नमेंट ऑफिसों को भी इस दिशा में काम करने को कहा जा रहा है।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के सभी गवर्मेंट ऑफिस के खुलने और बंद होने की टाइमिंग एक ही है, जिससे सड़कों पर एक ही समय में ट्रैफिक निकलता है। यह ट्रैफिक गंभीर समस्या बन जाता है। कोरोना काल में चंडीगढ़ ने अपने ऑफिस की टाइमिंग बदली थी। जिसका असर भी देखने को मिला। सड़कों पर पहले की तरह जाम नहीं लगा। अब इसे नियमित करने के लिए पंजाब और हरियाणा से ज्वाइंट मीटिंग होगी, जिसमें ऑफिस टाइमिंग आगे पीछे करने पर निर्णय होगा।
यह है कार पुलिंग सिस्टम
कार पुलिंग में एक ही एरिया से आने वाले बच्चों या कर्मचारियों को एक साथ कार से आना होगा। जिससे पांच इंप्लाइज को आने के लिए निकलने वाली पांच के बजाय एक कार ही निकलेगी। इंप्लाइज रोटेशन वाइज भी कार लेकर आ सकते हैं। एक सप्ताह एक तो दूसरे सप्ताह दूसरे इंप्लाइ की कार में आ सकते हैं, जिससे किसी पर कोई बोझ नहीं पड़ेगा। यही फार्मूला स्कूलों के लिए भी होगा। इतना ही नहीं ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ऐसे इंप्लाइज और पेरेंट्स के लिए इंसेंटिव स्कीम भी लांच करेगा। जैसे उनहें पार्किंग की निशुल्क सुविधा दी जा सकती है। कई और लाभ भी इसमें शामिल रहेंगे।