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चुनाव प्रक्रिया में सिर्फ भरोसे के और निष्‍पक्ष अधिकारी ही होंगे शामिल : जैदी

पंजाब विधानसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने आए मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. नसीम जैदी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में वही अफसर शामिल किए जाएंगे जो निष्‍पक्ष हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 25 Oct 2016 12:45 PM (IST)Updated: Tue, 25 Oct 2016 12:57 PM (IST)
चुनाव प्रक्रिया में सिर्फ भरोसे के और निष्‍पक्ष अधिकारी ही होंगे शामिल : जैदी

जेएनएन, चंडीगढ़। मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. नसीम जैदी ने कहा है कि पंजाब में निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से चुनाव कराया जाएगा, जिसमें वोटर बिना किसी डर के वोट डाल सकेगा। पिछले दो दिन में विभिन्न राजनीतिक दलों और पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठकों के बाद यहां पत्रकार सम्मेलन में जैदी ने कहा कि उनकी जानकारी में यह बात आई है कि निचले स्तर पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी हलका इंचार्जों के प्रभाव में हैं।

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मुख्य सचिव और डीजीपी को जैदी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चुनाव प्रक्रिया से जुडा कोई भी अधिकारी किसी राजनीतिक दल या नेता के प्रभाव में न हो। वह बिना पक्षपात के स्वतंत्र रूप से काम करें। यदि कोई अफसर या कर्मचारी दुर्भावना से काम करता पाया गया तो उसके खिलाफ आपराधिक व प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। चुनाव आयोग के राडार पर सभी ऐसे पुलिस थाने और एसएचओ हैं जो किसी के प्रभाव में हैं।

जैदी ने बताया कि पुराने चुनाव के समय चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने, वोटरों को डराने-धमकाने और किसी तरह की गड़बड़ी में संलिपत रहे लोगों की पहचान की जा रही है, ताकि उन पर नजर रखी जा सके। यह भी पता लगाया जा रहा है कि ऐसे असामाजिक तत्व और अपराधी इस समय कहां हैं।

एक सवाल के जवाब में मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि वही अफसर चुनाव प्रक्रिया में शामिल किए जाएंगे जो योग्य हैं, भरोसे के हैं और निष्पक्ष हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव घोषणापत्र में लोगों से प्रलोभन वाले गलत वादे करने पर नजर रखने के लिए आयोग के पास अधिकार हैं। चुनाव घोषणापत्र की एक कॉपी चुनाव आयोग के पास जमा कराना जरूरी है।

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आयोग उसकी समीक्षा करके यदि चाहे तो कुछ संशोधन करने को कह सकता है। यदि चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले भी घोषणापत्र जारी हुआ हो तब भी उसकी प्रति जमा कराना जरूरी है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने उन्हें शिकायत की है कि चुनाव में हिंसा हो सकती है। आयोग विधानसभा हलके के स्तर तक यह चैक रखेगा कि पैसे, ड्रग्स या शराब आदि का प्रयोग चुनाव में न हो।

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