कैप्टन अमरिंदर ने करतारपुर कॉरिडोर पर केंद्र को लिखी चिट्ठी, उठाए बड़े सवाल
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर पर केंद्र को पत्र लिखा है। उन्होंने कॉरिडोर का कार्य शुरू करने की मांग की है। पाक द्वारा दर्शन के लिए समय तय करने को गलत बताया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने श्री करतारपुर गुरुद्वारा साहिब में दर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा छह घंटे का समय तय करने का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इस तरह की पाबंदी गलत है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से श्री करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण जल्द शुरू करवाने की मांग की है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा है कि केंद्र सरकार कॉरिडोर के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शीघ्र शुरू करवाया जाए। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने केंद्र से करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पासपाेर्ट की शर्त भी समाप्त करने का अनुरोध भी किया है।
सीएम कैप्टन अमरिंदर ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को श्री करतारपुर काॅरिडोर के मामले पर पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में लिखा है कि करतारपुर कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण का काम जल्द शुरू करवाया जाए। इसके बाद इसका निर्माण कार्य शुरू करवाया जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग बेसब्री से करतापुर कॉरिडोर का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में इसका कार्य जल्द शुरू किया जाए।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राजनाथ सिंह से अनुरोध किया है कि पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारे में तीर्थयात्रा की सुविधा के लिए करतारपुर कॉरिडोर को पार करने के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए पासपोर्ट की शर्त को समाप्त कर दिया जाए। इससे सिख संगतों को परेशानी होगी। उन्होंने कहा है कि वह करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं के जाने के लिए सरल प्रक्रिया बनाए। इसमें श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में 'खुल्ले दर्शन दीदार' और पारंपरिक सिख अरदास को ध्यान में रखते हुए यह प्रक्रिया बनाई जाए।
कहा- करतारपुर में दर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा समय की पाबंदी लगाना गलत
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि पाकिस्तान सरकार द्वारा श्री करतारपुर गुरुद्वारा साहिब में दर्शन के लिए समय की पाबंदी लगाना सही नहीं है। पाकिस्तान सरकार ने वहां दर्शन के लिए जाने वालों के लिए महज छह घंटे का समय तय किया है। इस तरह की पाबंदी लगाना सही नहीं है। बहुत से श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा साहिब में अखंड पाठ वगैरह रखना होता है। ऐसे में वे छह घंटे में कैसे दशर्न कर वापस भारत आ सकते हैं।
बड़ा सवाल, क्रेडिट वार तो नहीं बन रहा बाधक
दूसरी ओर, करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण शुरू नहीं होने के लिए क्रेडिट वार को भी जिम्मेदार समझा जा रहा है। इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच क्रेडिट वार छिड़ी हुई है। 26 नवंबर को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा नींव पत्थर रखने के बाद से ही पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर राजनीति के केंद्र में बना हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 3 जनवरी को गुरदासपुर में धन्यवाद रैली की और इसका जिक्र किया। हकीकत यह है कि करीब डेढ़ माह बाद भी कॉरिडोर को लेकर गाड़ी आगे नहीं बढ़ पाई है।
केंद्र ने जमीन अधिग्रहण के लिए फंड नहीं दिया : कैप्टन
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने कॉरिडोर के बुनियादी ढांचे के लिए जमीन अधिग्रहित करने को फंड नहीं मुहैया करवाया है।