पीयू को व्हीकल फ्री बनाने के लिए ग्रीन एरिया किया बर्बाद
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़ पीयू को व्हीकल फ्री जोन बनाने की दिशा में पीयू के ग्रीन एरिया की दशा खरा
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़
पीयू को व्हीकल फ्री जोन बनाने की दिशा में पीयू के ग्रीन एरिया की दशा खराब की जा रही है। पीयू प्रशासन पिछले डेढ़ साल से हर संभव प्रयास कर रहा है कि कैंपस में हर जगह पार्किग बने। इसके लिए चाहे कितने पेड़ों को नुकसान क्यों न हो। पार्किग बनाने के विरोध में कुछ संगठनों ने आवाज उठाई तो एजेंडा बदल दिया गया। अब पीयू को व्हीकल फ्री जोन बनाने का शिगूफा छेड़ा गया है, लेकिन इसके लिए भी पार्किग चाहिए।
व्हीकल फ्री बनाना था तो पार्किग पर लाखों क्यों बहाए
प्रशासन ने पिछले साल यूबीएस के सामने लाखों रुपये लगा कर करीब 10 हजार स्क्वेयर फीट में पार्किग बनाई, लेकिन अब ट्रायल बेस में ही वहां वाहनों का जाना बैन कर दिया है। आगे भी यही संभावना है कि उस तरह व्हीकल पर बैन रहेगा, तो फिर पार्किंग क्यों बनाई गई थी।
कई जगह से ग्रीन एरिया खत्म किया
गेट नंबर एक पर पिछले मई माह में पार्किग शुरू की गई। इस जगह पहले छोटी वनस्पति और हरी भरी घास थी। अब ज्यादातर समय यह पार्किग खाली रहती है। पार्किग सुविधा का इस्तेमाल पीयू में फ्री ई रिक्शा चला रही प्राइवेट कंपनी उठा रही है। इसी तरह मई माह में गेट नंबर दो के सामने करीब आधा एकड़ हरी भरी घास व वनस्पति वाली जगह को वीरान कर पार्किग बना दी। गेट नंबर तीन के पास सैकड़ों स्क्वेयर फीट जगह से घास हटा दी और पेड़ों को भारी नुक्सान पहुंचाया गया है। इस जगह बिना परमिशन गेट बनाने का काम शुरू हुआ था जिसको लेकर पीयू की फजीहत हुई। मामले पर अब भी विवाद चल रहा है।
पीयू नहीं करवा रही ग्रीन ऑडिट
पीयू के पड़ोसी संस्थान पीजीआइ ने 2015 में ही ग्रीन ऑडिट करवा लिया था। बाकायदा पेड़ों की गिनती करवाई गई। साथ में ग्रीन और सामान्य एरिया का अनुपात बताया गया था। नगर निगम ने भी चंडीगढ़ का ग्रीन ऑडिट दो महीने पहले करवाया है, लेकिन पीयू बार-बार मांग के बाद भी ग्रीन ऑडिट नहीं करवा रही है।
ग्रीनरी को नहीं पहुंचाया नुकसान : सलवान
उधर, पीयू की डीपीआर रेनुका सलवान ने कहा कि ग्रीनरी को नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है। पीयू को व्हीकल फ्री बनाने के लिए जरूरी क दम उठाए जा रहे हैं।