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बाबा हवानाथ ने जमीन हथियाने के आरोपों को नकारा

जासं, मोहाली : जिला मोहाली के गाव मनौली में समाध बाबा किरपानाथ वाली एक्वायर हुई जमीनके मामले में नया

By Edited By: Published: Sat, 01 Oct 2016 01:01 AM (IST)Updated: Sat, 01 Oct 2016 01:01 AM (IST)
बाबा हवानाथ ने जमीन हथियाने के आरोपों को नकारा

जासं, मोहाली : जिला मोहाली के गाव मनौली में समाध बाबा किरपानाथ वाली एक्वायर हुई जमीनके मामले में नया मोड़ आ गया है। बीते दिनों हरियाणा के जिला पानीपत के गाव बाध की निवासी केला देवी नाम की महिला तथा उनके पारिवारिक मेंबरों ने आरोप लगाए थे। इनके मुताबिक हवानाथ नाम के व्यक्ति पर मुआवजे की राशि मृतक व्यक्ति ओमप्रकाश उर्फ ओमकार नाथ का फर्जी पुत्र दिखाकर हथियाने की बात कही गई थी। आरोपों वाली बात में वीरवार को उस समय नया मोड़ आ गया, जब बाबा हवासिंह उर्फ हवानाथ तथा गाव मनौली के व्यक्तियों ने उक्त महिला तथा उनके परिवार को ही गलत ठहराया। जिला प्रेस क्लब एसएएस नगर में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में हवा सिंह उर्फ हवानाथ, गुरदेव सिंह, कृष्ण देव, दीदार सिंह नंबरदार, प्रेम सूद, अजायब सिंह आदि ने बताया कि गाव मनौली स्थित समाध वाली जमीन समाधि बाबा किरपानाथ के नाम ही थी। बाबा हवानाथ उस समाधि की बचपन से लगातार सेवा करता आ रहे थे। गमाडा द्वारा एक्वायर हुई जमीन बाबा हवानाथ द्वारा ही एक्वायर करवाई जानी थी। उन्होंने बताया कि इस बात का पूरा गाव गवाह है कि बाबा हवानाथ ने एक्वायर होने उपरात मिले पैसों से गाव जिला पटियाला के कस्बा घनौर में लगभग आठ एकड़ जमीन खरीदकर वहा बाकायदा डेरा बनाया है। वह जमीन भी डेरे के नाम ही करवाई गई है। गाव निवासी गुरदेव सिंह ने बताया कि गाव मनौली में समाधि वाली जमीन उनके दादा के ताया ने दान में दी हुई थी। बाबा किरपानाथ के बाद ओमकार नाथ नाम का महंत समाधि की सेवा करता रहा। नाथ संप्रदाय मुताबिक इस समाधि की सेवा करने वाला कोई भी महंत शादी नहीं करवा सकता और न ही किसी महिला का डेरे के साथ कोई संबंध हो सकता है। ओमकार नाथ ने कभी पता ही नहीं लगने दिया कि उसने शादी भी करवा रखी है। उसने अपना परिवार डेरे से बाहर हरियाणा में रखा हुआ था। उस की शादी तथा परिवार बारे गाव मनौली निवासियों को उसकी मौत के बाद पता लगा जब परिवार वहा आना शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि बाबा हवानाथ उस समय ओमकार नाथ का चेला था और उसकी मौत के बाद अब चेला हवानाथ का ही सही हकदार है। हवानाथ ने किसी के साथ कोई ठगी नहीं की और न ही कोई समाधि के पैसे का दुरुपयोग किया है। बल्कि ओमकार नाथ गाव मनौली की पंचायत तथा गाव निवासियों को धोखे में रखता रहा। ओमकार नाथ की पत्नी केला देवी और उसके परिवार द्वारा गमाडा अधिकारियों, पुलिस और मानवीय अधिकार कमीशन को बाबा हवानाथ के खिलाफ भेजी गई शिकायतें बिल्कुल झूठी और गुमराह करने वाली है। केला देवी तथा उसके परिवार का समाधि की जमीन के पैसे से कोई संबंध नहीं है। पूरा गाव मनौली बाबा हवानाथ की हिमायत करता है और केला देवी और उसके परिवार के खिलाफ बाबा हवानाथ की बदनामी संबंधी केस दर्ज करवाने की माग करता है। उन्होंने कहा कि केला देवी खिलाफ वे पुलिस को लिखित शिकायत भी देंगे।


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