एमसीएम में सास्कृतिक धरोहर की खोज
जासं, चंडीगढ़ : एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वुमन चंडीगढ़ के होम साइंस विभाग ने विभिन्न पारंपरिक कला रूपों
जासं, चंडीगढ़ : एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वुमन चंडीगढ़ के होम साइंस विभाग ने विभिन्न पारंपरिक कला रूपों की रचनात्मक प्रतिभा को तलाशने के लिए टेलेंट हंट का आयोजन किया, जिसमें भारतीय सास्कृतिक धरोहर को महत्व दिया गया। कई कला रूप जो आजकल धीरे-धीरे लुप्त प्राय होते जा रहे हैं, जैसे रंगोली, गुड्डिया पटोले, चिक्कू, परादा, नाला, पिरही, कढ़ाई, क्त्रोशिया, बुनना आदि उन्हें पुनर्जीवित कराना ही इसका मुख्य उद्देश्य था। इस प्रतियोगिता में रंग बिरंगी कलाकृतियों एवं अनूठे डिजाइनों को लेकर उत्साही प्रतिभागियों ने जमकर भाग लिया। विजेताओं के चेहरे की ख़ुशी देखते ही बनती थी। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि छात्राओं को पारंपरिक धरोहरों और आधुनिकतम तौर तरीकों में संतुलन बनाकर ही चलना चाहिए।