नशे से 20 दिन पहले पिता बने युवक समेत 2 की मौत
संस, डेराबस्सी : डेराबस्सी थाना क्षेत्र में दो युवकों की नशे की ओवरडोज से मौत होने का मामला सामने आय
संस, डेराबस्सी : डेराबस्सी थाना क्षेत्र में दो युवकों की नशे की ओवरडोज से मौत होने का मामला सामने आया है। दोनों को जब तक डेराबस्सी सिविल अस्पताल पहुंचाया गया तब तक मौत हो चुकी थी। दोनों मामलों में पुलिस ने सीआरपीसी-174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। शहर में 25 वर्षीय रवि कुमार पुत्र राजिंदर कुमार वासी गली नंबर तीन, प्रीत नगर कॉलोनी, गुलाब रोड का बीते साल विवाह हुआ था। उसके परिवार में बीस दिन पहले ही बेटे का जन्म हुआ है। रवि पटियाला में अपने ससुराल से रविवार सुबह वापस लौटा था। वह अपने कमरे में सोने चला गया और कुंडी लगा ली। जब शाम तक वह बाहर नहीं आया तो उसके पिता ने शाम सात बजे उसे उठाना चाहा परंतु कोई रिस्पास न मिलते देख उसने अपने जीजा बरखाराम की मदद से किसी तरह दरवाजा खोला। अंदर देखा तो रवि बेसुध अवस्था में पड़ा था। उसे तुरंत डेराबस्सी अस्पताल पहुंचाया गया, जहा डॉक्टर्स ने उसे मृत करार दिया। आइओ एएसआइ अश्रि्वनी के अनुसार पुलिस को दिए बयान में राजिंदर ने बताया कि उसका इकलौता बेटा रवि गलत संगत में पड़कर ड्रग्स के इंजेक्शन लेने लगा था। रविवार को भी उसने ऐसा ही कोई ड्रग्स का इंजेक्शन लिया, जिसकी ओवरडोज हो जाने पर रवि दोबारा उठ नहीं सका। सोमवार दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद बेहद गमगीन माहौल में उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कटरमैन का काम करता था पश्चिम बंगाल का युवक
उधर, बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले का रहने वाला 25 वर्षीय कृष्ण कुमार पुत्र तुलाराम, जो भगवानपुर में सम्राट लैमिनेट्स में बतौर कटरमैन कार्यरत था, की भी फैक्ट्री क्वार्टर्स में शराब के अत्यधिक सेवन की वजह से मौत हो गई। रविवार को सुबह आठ बजे वह अपने कमरे में चला गया और आदतन काफी शराब पी। उसी के गाव के अमन वर्मा ने बताया कि शाम आठ बजे वह कृष्ण के कमरे में गया तो वह बेसुध पड़ा था। उसने कंपनी के जीएम को खैहरा को सूचित किया, जिसके बाद उसे डेराबस्सी अस्पताल पहुंचाया गया, जहा उसे भी मृत करार दिया गया। एएसआइ अश्रि्वनी के अनुसार कृष्ण ज्यादा शराब पीने का आदि था। कृष्ण के परिजनों का बंगाल में सूचित कर दिया गया है। उनके आने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम व अगली कार्रवाई अंजाम दी जाएगी। थाना प्रभारी दीपइंदर सिंह ने कहा कि यदि परिवार किसी नशा बेचने पर संदेह कर शिकायत करता है तो पुलिस कार्रवाई जरूर करती है। पुलिस नशा रोकने के लिए संकल्पबद्ध है।