शिक्षा विभाग एनटीटी कोर्स में बढ़ा सकता है आयु सीमा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) करने वालों के लिए विभाग की तरफ से जल्द ही र
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) करने वालों के लिए विभाग की तरफ से जल्द ही राहत मिलने वाली है। इस कोर्स को करने के लिए विभाग की तरफ से आयु सीमा को बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। पहले इस कोर्स को करने के लिए 27 साल की आयु निश्चित की थी, लेकिन अब इसे बढ़ाने का विचार किया जा रहा है। इस आयु के बढ़ने के बाद जो सीटें कोर्स में सीटें खाली रह रही हैं, वह भर जाएंगी। इसके अलावा जो भी सीटों के खाली रहने से राजस्व घाटा हो रहा है, उसकी भी भरपाई हो पाएगी।
एनटीटी कोर्स की खाली सीटें भरने में नहीं होगी परेशानी
आयु सीमा को बढ़ाने के बाद इसको करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। पिछले कई सालों से इसे करने वालों की संख्या में कमी आ रही थी। जिसके कारण पिछले कई सालों से कोर्स में सीटें खाली रह जाती है और जब स्कूलों में इन पोस्टों को भरने का समय आता है तो भी कई दिनों तक टीचरों की सीटें भर नहीं पाती है।
बच्चों को भी झेलनी पड़ती है परेशानियां
एनटीटी अध्यापकों की कमी होने के कारण बच्चों को भी परेशानियों को झेलना पड़ता है। प्राइमरी स्कूलों में लगने वाले ज्यादातर जेबीटी और टीजीटी अध्यापक होते हैं। गवर्नमेंट मॉडल स्कूल में पढ़ने वाले नर्सरी, केजी के विद्यार्थियों को इन अध्यापकों से परेशानी होती है, इसके अलावा अध्यापकों को भी इन बच्चों को संभालने में परेशानी होती है।
पंजाब की तर्ज पर बढ़ सकती है आयु
एनटीटी का कोर्स करने के लिए विभाग की तरफ से आयु को 27 से बढ़ाकर 35 वर्ष किया जा सकता है। विभाग के द्वारा अभी साफ नहीं किया है कि आयु को कितना बढ़ाया जाएगा लेकिन सांकेतिक तौर पर इसे बढ़ाने पर विचार चल रहा है।
कोर्स में प्रति वर्ष सीटें खाली रह जाती है। ऐसे में विभाग को भी आवेदकों की कमी हो रही है, इसके अलावा बच्चों को भी स्पेशलिस्ट अध्यापकों की कमी रहती है। इसको देखते हुए कोर्स में दाखिले के लिए आयु को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
-रूपिंदरजीत सिंह बराड़, डायरेक्टर, स्कूल एजुकेशन