ठगी के जालसाज को दिल्ली से दबोचा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : यूटी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को आइटी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट मे
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : यूटी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को आइटी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में इंवेस्टमेंट के जरिये बिजनेस पार्टनर बनाकर ठगी करने वाले एक जालसाज रोहित को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमाड पर भेज दिया गया। सेक्टर-8 ए में रहने वाले इकरूप सिंह व हरमनजीत सिंह ने मालवीय नगर के रहने वाले रोहित कुमार वर्मा के खिलाफ सेक्टर-34 थाने में जालसाजी की शिकायत दी है।
चंडीगढ़ में इंस्टीट्यूट खोलने की बात कहकर जाल में फंसाया
पीड़ितों की सितंबर, 2014 में वरुण और रोहित कुमार से दो-तीन बार मुलाकात हुई। आरोपी ने उनको बताया कि वह वह आइटी ट्रेनिंग के बिजनेस में है और दिल्ली में जॉब प्लेसमेंट कराता है और चंडीगढ़ में भी इंस्टीट्यूट खोलना चाहता है लेकिन आर्थिक तंगी है, इसलिए पार्टनर ढूंढ रहा है। पीड़ित उसके झांसे में आए गए और पहली बार 62 लाख रुपये दे दिए जबकि 20 लाख रुपये हरमनजीत सिंह द्वारा पहले उनके शाहदरा स्थित ऑफिस को चलाने के लिए दे दिए थे।
2015 में फिर से ठग लिए पैसे
पीड़ित का कहना है कि फरवरी, 2015 में आरोपी ने दिल्ली में एक और प्रोजेक्ट के लिए पैसे की आवश्यकता होने की बात कही। जिस पर पीड़ित ने 10 लाख रुपये फिर से दे दिए। आरोपी ने दिसंबर, 2014 से हरमनजीत सिंह को उनकी इंवेस्टमेंट के एवज में कोई पेमेंट नहीं की। इस दौरान पता चला कि आरोपी एक गैंग का सदस्य है जो वेबसाइट और कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को अपना शिकार बनाते हैं।
छापामारी की तो हत्थे चढ़ा आरोपी
बाद पता चला कि आरोपियों द्वारा बताया गया कोई इंस्टीट्यूट शाहदरा नई दिल्ली में मौजूद ही नहीं है। पुलिस ने 29 अप्रैल को एएसआइ लखवीर सिंह की अगुवाई में टीम का गठन किया और दिल्ली में छापामारी की जिसमें रोहित कुमार वर्मा हत्थे चढ़ गया। उसे शनिवार को चंडीगढ़ की कोर्ट में पेश किया।