अकाली दल व कैप्टन अमरिंदर में अब रैलियों की जंग
कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह और अकाली दल सीधे टकराव के मूड में हेैं। कैप्टन अकाली दल की सद्भावना रैली के जवाब में 13 को बठिंडा में रैली करेंगे तो इसी दिन अमरिंदर के गृहनगर पटियाला में रैली करने की घोषणा की है।
चंडीगढ़। पंजाब में अकाली दल और कांग्रेस की भिड़ंत दिलचस्प माेड़ पर पहुंच गई है। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह और अकाली दल सीधे टकराव के मूड में हैं। कैप्टन अकाली दल की सद्भावना रैली के जवाब में 13 को बठिंडा में रैली करेंगे तो अब अकाली दल ने इसी दिन अमरिंदर के गृहनगर पटियाला में रैली करने की घोषणा की है। इस तरह, अकाली दल व कांग्रेस में रैलियों की जैसे जंग छिड़ गई है और करीब सवा साल पहले ही राज्य चुनावी माहौल में रंग गया है।
अकाली दल के प्रधान व पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने मंगलवार को घोषणा की, कि जिस दिन बठिंडा में अमरिंदर रैली करेंगे, ठीक उसी दिन पटियाला के पोलो ग्राउंड में अकाली दल की रैली होगी। 13 दिसंबर को ही पटियाला में रैली करने बारे पूछे जाने पर सुखबीर ने कहा कि उन्हें तो मीडिया से ही पता चला था कि अमरिंदर ने बठिंडा रैली के लिए 13 दिसंबर की तारीख तय की है। लेकिन, यदि कैप्टन 12 या 14 अथवा किसी और दिन रैली करेंगे तो अकाली दल भी उसी दिन पटियाला में रैली करेगा।
सुखबीर ने कहा कि अब तक हुई तीन रैलियों की कामयाबी से पार्टी काडर के इकट्ठे होने का सबूत विपक्ष को मिल गया है। उन्होंने कहा कि अमरिंदर सिंह प्रदेश कांग्रेस प्रधान नियुक्त होते ही रैलियों की घोषणा तो कर दी है लेकिन बिखरी कांग्रेस को पहले एक करने में ही उन्हें मशक्कत करनी होगी। अमरिंदर दो-चार रैलियों के बाद ही गायब हो जाएंगे, क्योंकि वह लोगों के बीच लंबा समय नहीं रह सकते।
दूसरी ओर, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बठिंडा रैली के लिए अपना पूरा जोर लगा दिया है। उन्होंने पिछले दिनों बठिंडा में हुई अकाली दल की सद्भावना रैली के बाद यहां कांग्रेस की रैली करने का ऐलान किया था। वह प्रदेश्ा अध्यक्ष के तौर पर इसी मौके पर कार्यभार संभालेंगे। सुखबीर सिंह बादल द्वारा कांग्रेस को बठिंडा में गठबंधन की सद्भावना रैली के बराबर रैली करने की चुनौती देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस रैली के अायोजन की घोषणा की थी।