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इच्छाएं सीमित हो तो समस्या नहीं : देव

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार विजय कुमार देव ने कहा कि यद

By Edited By: Published: Mon, 03 Aug 2015 01:12 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2015 01:12 AM (IST)
इच्छाएं सीमित हो तो समस्या नहीं : देव

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार विजय कुमार देव ने कहा कि यदि हम अपने जीवन की इच्छाओं को न्यूनतम कर दें तो अधिकतर समस्याएं स्वत: ही समाप्त हो जायेगी। वे चर्तुमास पर्व पर रविवार को श्री दिगंबर जैन सोसायटी व आचार्य पुष्पदंत सागर वर्षा योग समिति द्वारा सेक्टर-27 स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से मुनि श्री प्रमुख सागर जी के सानिध्य में निकली व बैंड बाजों के साथ मोती राम स्कूल पहुंची मंगल शोभा यात्रा के समापन मौके पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।

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उन्होंने कहा कि आज पर्यावरणविद् पर्यावरण की चिंता कर रहे है वहीं चिंता भगवान महावीर ने हजारों वर्ष पहले करते हुए कहते हुए पेड़ पौधों में भी जान है, जता दी थी। देव ने कहा कि वे जैन धर्म के सभी सिद्धातों का सम्मान करते है,तथा परिवारिक रूप से भी जैन धर्म से जुड़े हुए हैं। जैन धर्म अहिसा परमों धर्मा के मार्ग पर चलता है। भले ही हम किसी भी धर्म से जुड़े रहे और किसी भी धर्म को अपनायें लेकिन यदि हम सभी जैन धर्म के सिद्धातों को अनुसरण करे तो समाज की अधिकतर समस्याएं पृथ्वी से ही दूर हो जाएगीं। उन्होंने कहा कि हिसा आज मानवता को निगल रही है इसलिए जरूरी है कि हम अहिसा के मार्ग पर चलने वाले जैन धर्म के सिद्धातों को अपनाएं।

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नई पीढ़ी को भी कराएं अनुशरण: सतपाल जैन

इस अवसर पर पूर्व सासदसतपाल जैन ने कहा कि धर्म, संसार में अनेक है लेकिन जैन धर्म के सिद्धात सर्वाेपरि है और मानव हित के है। हमें अपने आने वाली नई पीढ़ी को भी जैन धर्म के महान सिद्धातों का अनुशरण करवाना चाहिए।

आप चंडीगढ़ की तस्वीर बदलें और मैं तकदीर बदलने का प्रयास करूंगा:

इस अवसर पर मुनि श्री प्रमुख सागर ने एडवाइजर विजय देव को संबोधित करते हुए कहा कि वे प्रशासन के माध्यम से चंडीगढ़ की तस्वीर बदलें और मैं धर्म और आत्मानुशासन के माध्यम से चंडीगढ़ की तकदीर बदलने का प्रयास करूंगा। शहर की वास्तु की प्रशसा करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह बाहरी रूप से शहर सुंदर है,उसी तरह से हमें अपने अंदर के काम, क्रोध, मद, लोभ, ईष्या आदि को नियंत्रण में करके अपने अंतकरण को सुंदर बनाना है। उन्होंने कहा कि योग का अर्थ है जोड़ना। एडवाइजर विजय देव ने कार्यक्रम में सम्मिलित होकर प्रशासन को धर्म से जोड़ने की कोशिश की जो एक अच्छा संकेत है।


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