24 घंटे वाटर सप्लाई को गमाडा को दिए 98 करोड़
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: अगले साल 16 अप्रैल से पहले चंडीगढ़ को कजौली वाटर वर्क्स के फेस 5 व 6 में
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: अगले साल 16 अप्रैल से पहले चंडीगढ़ को कजौली वाटर वर्क्स के फेस 5 व 6 में से 40 एमजीडी (मिलियल लीटर गैलन) पानी अतिरिक्त मिलेगा। इसके लिए पाइप लाइन बिछाने, जल भंडारण टैंकों के निर्माण, पंप हाउस, फिल्ट्रेशन प्लाट, पंपिंग आदि विभिन्न कार्यो के लिए नगर निगम ने ग्रेटर मोहाली डेवलेपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) 98 करोड़ रुपये का चेक सौंपा।
शुक्रवार को यूटी सचिवालय में गमाडा के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर अजोय कुमार सिन्हा को यह चेक सौंपते एडवाइजर विजय देव, चंडीगढ़ नगर निगम की मेयर पूनम शर्मा व निगमायुक्त भावना गर्ग ने आशा जताई कि अगली गर्मियों तक चंडीगढ़वासियों की पानी समस्या पूरी तरह निजात मिल जाएगी।
15 दिनों में बढ़ाएं जल भंडारण क्षमता : देव
इस मौके पर खुशी जाहिर करते हुए एडवाइजर विजय कुमार देव ने कहा कि चंडीगढ़वासियों की पानी की परेशानी दूर करने और चंडीगढ़ में पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए नगर निगम व प्रशासन ने आपसी समन्वय से यह फैसला लिया है। चंडीगढ़ को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराने के लिए हरियाणा और पंजाब राज्यों ने जो सहयोग दिया है, प्रशासन उस पर अमल करते हुए इस पानी में से चंडी मंदिर व पंचकूला को उसका पूरा हिस्सा देगा। उन्होंने गमाडा के अधिकारियों से योजना पर दिसंबर माह तक का पूरा करने की अपील की। साथ ही नगर निगम को जंडपुर से लेकर सेक्टर 39 वाटर वर्क्स तक की 7.5 किलोमीटर की पेयजल आपूर्ति लाइन पर काम शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि 15 दिनों के भीतर जल भंडारण क्षमता बढ़ाने का काम भी पूरा होना चाहिए।
निगम का पूरा पैसा होगा वापस
नगर निगम की आयुक्त भावना गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ को वर्तमान में कजौली से 89 एमजीडी पानी मिलता है और उसकी भंडारण क्षमता 45 एमजीडी है। सेक्टर 39 वाटर वर्क्स की जल भंडारण क्षमता वर्तमान में आधे दिन की पेयजल आपूर्ति की है, जिसे जल्द ही बढ़ाकर एक दिन की जलापूर्ति के बराबर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना पर लगभग 100 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च होने हैं। योजना पर काम शुरू होने के बाद केंद्र सरकार से नगर निगम को उसका पैसा वापस दिलवाया जाएगा।
शहर के भल के लिए तोड़ी एफडी
मेयर पूनम शर्मा ने कहा कि नगर निगम ने अपनी एफडी शहरवासियों की भलाई के लिए तोड़ी, यदि इसमें देर हो जाती तो चंडीगढ़ को अतिरिक्त पानी मिलने का मामला कई साल पीछे चला जाता। वे पानी की बर्बादी को रोकने के लिए छापेमारी सहित कड़े कदम उठाएंगी। वहीं होटलों, ढाबा संचालकों को पानी का मूल्य अदा करना होगा।
गमाडा के मुख्य प्रशासक अजोय कुमार सिन्हा ने विश्वास दिलाया कि कजौली से मोहाली के जंडपुरा तक 22.3 किलोमीटर की लाइन बिझाने का काम पूरा हो चुका है, शेष कार्य समय रहते कर लिया जाएगा। कार्यक्रम में गृह सचिव अनुराग अग्रवाल व वित्त सचिव सर्वजीत सिंह ने कहा कि पुरानी पानी की लाइनें बदल बर्बादी रोकी जाएगी।
यह था समझौता
ध्यान रहे है कि वर्ष 1983 के समझौते के अनुसार कजौली वाटर वर्क्स के 8 फेसों में से प्रत्येक से चंडीगढ़ को 40-40 एमजीडी पानी मिलना है व प्रत्येक फेस से मिलने वाले हिस्से से चंडीगढ़ पंचकूला को 9 एमजीडी पानी देगा। इसमें से 3 एमजीडी चंडीमंदिर व 6 एमजीडी पंचकूला को जाना है।