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लावारिस कुत्तों का मुद्दा रहा हावी, खूब हुई राजनीति

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ चंडीगढ़ नगर निगम बैठक में लावारिस कुत्तों का मुद्दा छाया रहा। इसे लेक

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 10:32 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 10:32 PM (IST)
लावारिस कुत्तों का मुद्दा रहा हावी, खूब हुई राजनीति

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़

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चंडीगढ़ नगर निगम बैठक में लावारिस कुत्तों का मुद्दा छाया रहा। इसे लेकर खूब राजनीति भी हुई। बैठक शुरू होते ही विपक्षी नेता अरुण सूद ने मनीमाजरा में लावारिस कुत्ते द्वारा 14 बच्चों सहित 17 लोगों को काट खाने मामला उठाया। इसके अलावा निगम की बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों ने भी खूब हंगामा किया, उन्होंने सदन में घुसने की कोशिश की।

महापौर पूनम शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित निगम की 217वीं मासिक बैठक में लावारिस कुत्तों के आतंक का मुद्दा छाया रहा और इस पर खुलकर राजनीति हुई। महापौर द्वारा पीड़ित लोगों व परिवारों की सेवा और मदद को अरुण सूद ने नोटंकी बताते हुए, बच्चों के प्रति जागी करुणा और ममता को राजनीति से प्रेरित बताया। इसके अलावा एबीसी रूल में संशोधन के लिए मेनका गांधी को लिखा पत्र और मिलने में भी राजनीतिक मंशा बताई।

विपक्ष के आरोपों का जवाब देते पूनम शर्मा ने कहा कि भाजपा सांसद ने किसी की मदद करना तो दूर हालचाल पूछने तक की जहमत नहीं उठाई। इस पर भाजपा पार्षद आग बबूला हो गए और महापौर

के आसन के सामने एकत्रित हो कर शोर मचाने लगे। इस बीच कुत्तों पर अंकुश लगाने का एकमात्र विकल्प नसबंदी

बताते हुए निगमायुक्त वीपी सिंह ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से नसबंदी करने वाली एजेंसी डिफंक्ट रही, जिस कारण नसबंदी नहीं हुई। वीपी सिंह ने कहा कि अब नासिक की एजंसी से करार हुआ है, 6 अप्रैल से लगातार नसबंदी का काम होगा और महीने में 450 कुत्तों की नसबंदी का लक्ष्य है।

विकास कार्यो के 21 प्रस्ताव पारित

देर शाम तक चली बैठक में विकास कार्यो से संबंधित 19.12 करोड़ रुपये के 21 प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें अधिकतर रोड कार्पेटिंग और ग्रीन बेल्टों व ड्डडूमाजरा स्टेडियम से संबंधित प्रस्ताव शामिल थे। इसके अलावा निगम सफाई कर्मचारियों को सीसीए, हाउस रेंट और मेडिकल सुविधा की भी घोषणा की गई।

सफाई कर्मियों ने सदन में घुसने की कोशिश की

कई दिनों से शहर में हड़ताल कर रहे निगम सफाई कर्मचारियों ने मंगलवार को सदन की बैठक में घुसने की कोशिश की, मगर मार्शलों और पुलिस के कारण सफल नहीं हो पाए। इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी मागों को लेकर सदन के बाहर खूब हंगामा किया। वे दिहाड़ीदार कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को लकर संघर्षरत हैं।

स्टडी टूर रिकवरी पर चर्चा

बैठक में पूर्व महापौर सुभाष चावला ने पोर्टब्लेयर स्टडी टूर पर पार्षदों के साथ गए परिजनों से एक हजार रुपये प्रति दिन की रिकवरी का मामला उठाया। चावला ने कहा कि टूर पर जाने से पहले परिवार सहित प्रशासन से मंजूरी ली गई थी और सभी ने साथ गए परिजनों का टिकट खुद लगाया, फिर एक हजार रुपये प्रतिदिन की रिकवरी करना सरासर गलत है। इस पर निगमायुक्त ने कहा कि यह चार्ज होटल में सिंगल और डबल आकूपेंसी को लेकर किया जा रहा है।


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