वर्ल्ड कप मैच की टिकट ब्लैक करने के आरोपी बरी
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ भारत-पाकिस्तान क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के टिकट ब्लैक के मामले में मंगलवा
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच के टिकट ब्लैक के मामले में मंगलवार को जिला अदालत ने तीन युवकों को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया। चार वर्ष पुराने इस मामले में पुलिस और अभियोजन पक्ष आरोप साबित नहंी कर पाया। भारत और पाकिस्तान के बीच 30 मार्च 2011 को मोहाली के पीसीए स्टेडियम में वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच हुआ था। इससे तीन दिन पूर्व यानी 27 मार्च को मनीमाजरा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जसमीत, हेमंत और रोहित नामक के तीन युवकों को टिकट ब्लैक के आरोप में गिरफ्तार किया था। इन तीनों को मनीमाजरा के किशनगढ़ चौक के पास से दबोचा गया था।
इन पर मैच की ढाई सौ रुपये की टिकट पंद्रह हजार में और पांच सौ के मूल्य की टिकट बीस हजार रुपये में बेचने जाने का आरोप था। बचाव पक्ष के वकील सुभाष सागर और दिनेश गोयल के मुताबिक शिकायतकर्ता हेड कांस्टेबल गवाही देने के लिए अदालत में नहीं आया। बचाव पक्ष का सवाल था कि अगर उसे टिकट खरीदार बनाकर तीन हजार के नोट देकर भेजा गया था, तब भी ब्लैक में तय किए गए रेट के हिसाब से टिकट खरीदी नहीं जा सकती थी, इसमें पुलिस के बयान में फर्क नजर आ रहा था। टिकटों की पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से पड़ताल भी नहंी कराई गई।
अदालत में जिस हेड कांस्टेबल जसमेर सिंह का क्रास एग्जामिशेन किया गया उसमें वह टिकट की वेरीफिकेशन और नंबर नहीं बता सका। 27 मार्च 2011 को धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने जाने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था।