पेड पार्किग की नीलामी न होने से निगम को लाखों का चूना
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़
चंडीगढ़ नगर निगम को एक दर्जन पेड पार्किग की नीलामी न होने के कारण जहां लाखों रुपये का हर महीने नुकसान हो रहा है वहीं पार्किगों में अव्यवस्था भी फैली है।
शहर में चल रही 25 के करीब पेड पार्किग में से 12 पार्किग तीन से पांच महीने से बिना ठेकेदार के चल रही हैं। इस कारण जहां लोग अपनी मर्जी से वाहन खड़े करते हैं। इनमें से कई पार्किग से निगम को 25 से 30 लाख रुपये सालाना आमदन होती थी। कुछ ठेकेदार ठेका बीच में ही छोड़ कर चले गए और कुछेक के ठेके मार्च और मई में समाप्त हो गए थे। इसके बाद निगम ने न तो नए सिरे से इन पार्किग की नीलामी की और न ही खुद पार्किग की व्यवस्था हाथ में ली। इससे वाहन पार्क करने को लेकर रोजाना पेड पार्किग में झगड़े हो रहे हैं।
पेड पार्किग का ठेका बीच में छोड़ कर गए एक ठेकेदार का कहना है कि निगम ने जुलाई 2012 से मार्च 2013 तक सर्विस टैक्स देने के नोटिस जारी कर दिए थे, जबकि नीलामी की शर्तो में सर्विस टैक्स शामिल नहीं था। अब निगम ने ठेकेदारों की धरोहर राशि जब्त करने का निर्णय लिया है। वहीं निगम अधिकारियों का कहना है कि कुछ ठेकेदार वाहन पार्किग करने के ओवर चार्ज करते पकड़े गए थे, इसके अलावा लोगों से झगड़ा करते थे।