पीयू के खेल ट्रायल में हुआ विवाद
- डायरेक्टर स्पोर्ट्स व छात्रों में खिलाड़ियों के ट्रायल को लेकर विवाद
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब विश्वविद्यालय में दाखिले का अंतिम दौर चल रहा है। शनिवार को यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज (यूआइएलएस) में खेलकूद के आधार पर दाखिले के लिए ट्रायल लिया जा रहा था। जानकारी के अनुसार विद्यार्थियों का ट्रायल नहीं लिया जा रहा था इस पर हिंदुस्तान स्टूडेंट एसोसिएशन (एचएसए) और डायरेक्टर स्पोर्ट्स दलविंदर सिंह के बीच शनिवार को विवाद हुआ।
विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि डायरेक्टर स्पोर्ट्स ने एचएसए के अध्यक्ष विशाल शर्मा से अभद्र भाषा का प्रयोग किया और तूतू-मैंमैं की नौबत आ गई। इस संबंध मं डायरेक्टर स्पोटर््स डॅा दलविंदर बताते हैं कि विद्यार्थियों ने कुर्सियां उठा कर मारीं और सरकारी प्रॉप्रटी का नुकसान किया। दोनों पक्षों ने अपनी शिकायत यूनिवर्सिटी प्रशासन को दे दी है।
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क्या था मामला
नेशनल बॉक्सिंग चैंपियन चरनजीत को दाखिले के लिए होने वाले ट्रायल के लिए 17 जुलाई को पंजाब विश्वविद्यालय आना था। लेकिन दुर्भाग्य से वे उस दिन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इलाज के लिए उसे भर्ती किया गया। अभिभावकों का मानना है कि छात्रा की दुर्घटना की जानकारी विभाग को दे दी गई थी। उनका कहना था कि छात्रा अभी भी बुरी तरह घायल है। इसके बाद भी वह वह ट्रायल देना चाहती है, ताकि उसे दाखिले में किसी तरह की परेशानी न हो। इसको लेकर डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन (डीयूआइ) प्रो एके भंडारी की इजाजत ली और वाइस चासलर (वीसी) प्रो अरुण ग्रोवर से रिकमेंड कराया। दोनों ने डायरेक्टर स्पोर्ट्स को लिख कर दिया है कि वह इसे विशेष केस मानते हुए उसके ट्रायल ले लें। लेकिन इसके बावजूद डॉ दलविंदर इस बात पर अड़े हैं कि उसे विशेष नहीं माना जा सकता। एडमिशन कमेटी ने लिख दिया है कि किसी भी वजह से लेफ्ट ओवर रहे उम्मीदवार को दूसरी काउंसलिंग में ही रखा जाए। उनके पास करीब 25 स्टूडेंट्स की एप्लीकेशन आई हुई हैं। वीसी और डीयूआइ ने उन्हें ट्रायल लेने के लिए नहीं, बल्कि इसे कंसीडर करने के लिए कहा है।