इंस्पेक्टर को टक्कर मारने के प्रयास का आरोपी सलाखों के पीछे
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़
सेक्टर-44/45 डिवाइडिंग सड़क पर बीती पांच तारीख को नाके पर तैनात इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह को टक्कर मारने का प्रयास करने का गिरफ्तार आरोपी कई आपराधिक मामलों में नामजद व पंजाब पुलिस के वांटेड गुरप्रीत सिंह को रविवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मामले की जांच में जुटी एसआइटी टीम को फिलहाल वारदात में मोहाली के खरड़ स्थित गांव बलहाली निवासी आरोपी गुरप्रीत सिंह के साथ शामिल उसके साथी मोहाली के गांव बसियां निवासी परमिंदर सिंह उर्फ बिल्ला की तलाश है। पुलिस धरपकड़ के लिए थाना-34 पुलिस फिलहाल छापेमारी में जुटी है।
पुलिस ने बताया कि वारदात में महज उक्त दोनों आरोपी ही शामिल थे, कोई तीसरा नहीं। जबकि इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह ने वारदात में फॉर्च्यूनर कार के अंदर तीन लोगों के मौजूद होने की बात कही थी। साथ ही उन्होंने हमलावरों से बचाव के लिए उनकी फॉर्च्यूनर कार के टायर पर दो गोलियां दागने की बात कही थी, जिसके चलते वह फट गया था। जबकि जांच में जुटी एसआइटी टीम को मालूम चला था कि गोलियां कार के टायर पर लगी ही नहीं थी और वारदात में भी तीन लोग नहीं केवल उक्त दोनों आरोपी ही शामिल थे। अब सवाल उठ खड़ा हुआ है कि इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह ने क्या वाकई दो गोलियां बचाव के लिए चलाई थी या फिर किन्हीं अन्य कारणों के चलते। पुलिस टीम फिलहाल इन तथ्यों को जांच का विषय बताकर उसके पूरा होने पर ही कुछ कह पाने की बात कर रही है।
पुलिस जांच में आरोपी गुरप्रीत सिंह पर विभिन्न थानों में कई केस चल रहे हैं।
नाका तोड़ भागने के दौरान हुई थी घटना
सेक्टर-44/45 डिवाइडिंग सड़क पर बीती पांच तारीख को रात करीब दो बजे फॉर्च्यूनर कार सवार आरोपियों की गाड़ी लुधियाना आर-माडल टाउन निवासी मयंक की होंडा सिटी कार नंबर (पीबी10इपी-7993) से टकरा गई। इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने आरोपियों को पकड़ना चाहा तो उन्होंने इंस्पेक्टर अमनजोत को भी टक्कर मारने का प्रयास किया। साथ ही आरोपी बैरिकेड्स को टक्कर मारकर भाग गए थे। इस दौरान इस्पेक्टर द्वारा कार को रोकने के लिए दो गोलियां चलाए जाने की बात कही जा रही है।