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11.6 एमएम बारिश, 2.27 लाख हेक्टेयर फसल को होगा फायदा

जासं, ब¨ठडा प्री मानसून ज्यादा सक्रिय होने और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव होने से लगातार बरसात ह

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Jun 2017 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jun 2017 03:01 AM (IST)
11.6 एमएम बारिश, 2.27 लाख हेक्टेयर फसल को होगा फायदा
11.6 एमएम बारिश, 2.27 लाख हेक्टेयर फसल को होगा फायदा

जासं, ब¨ठडा

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प्री मानसून ज्यादा सक्रिय होने और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव होने से लगातार बरसात हो रही है। बीती रात भी रुक-रुक कर बरसात हुई। इससे जिले में 2.27 लाख हेक्टेयर नरमे और धान की फसल को फायदा मिलेगा। मौसम विभाग ने मंगलवार-बुधवार रात को 11.6 एमएम बरसात होना रिकॉर्ड किया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में भी हल्की बरसात और तेज आंधी चल सकती है। मौसम विभाग ने ब¨ठडा शहर में अधिकतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस इजाफे के साथ 32.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। हवा में नमी सुबह 82 प्रतिशत और शाम को 60 प्रतिशत थी। बीते दिन 15.0 एमएम बरसात रिकॉर्ड की गई थी।

इससे पहले सोम मंगलवार रात को बरसात हुई थी। फिर मंगलवार दिनभर आसमान साफ रहा। मंगलवार रात को फिर मौसम में बदलाव आया। रात के समय एक बार तेज आंधी चली। मौसम विभाग ने हवाओं की स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की। इसके बाद बादलवाही हुई और कुछ समय तक रुक-रुक कर बरसात हुई। बुधवार को दिनभर आसमान साफ रहा। इससे दोपहर में गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान किया। गर्मी की वजह से पसीने और उमस की वजह से बदन पर होने वाली चिपचिपाहट ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। शाम को सूरज ढलने के बाद गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग के स्थानीय कार्यालय के प्रभारी डॉ. राजकुमार पाल ने बताया कि इन दिनों में प्री मानसून उत्तर भारत में सक्रिय है। मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरादित्ता ¨सह सिद्धू के अनुसार इन दिनों बरसात लगातार हो रही है। इससे धान की रोपाई करने वाले किसान राहत महसूस कर रहे हैं। इससे धरती गीली होने की वजह से थोड़ा समय मोटर चलाने से पानी जमीन में भर जाता है। इससे धान की रोपाई करना आसान हो गया है। जिले में अब तक 85 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी है। वहीं नरमे की फसल 1.42 लाख हेक्टेयर में है। धान और नरमा की 2.27 लाख हेक्टेयर फसल को फायदा होगा। डॉ. गुरादित्ता ¨सह के अनुसार दिन में धूप निकलने की वजह से कीट प्रकोप भी नहीं होगा।

कई इलाके जलमग्न, दूसरे पहर तक जमा रहा पानी

शहर में बीते मंगलवार रात हुई बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति नजर आई। हर बार की तर्ज पर इस बार भी कई इलाकों में बरसाती पानी दिन के दूसरे पहर तक खड़ा रहा। अजीत रोड स्थित दुकानों व गलियों के सामने पानी खड़ा होने से को¨चग इंस्टीट्यूट सहित अन्य शिक्षण संस्थानों के छात्रों और अन्यों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि अजीत रोड पर रोजाना जाम जैसी स्थिति के अलावा लोगों को बरसाती पानी से भी बचकर निकलना पड़ा। इसके अलावा डीसी ऑफिस के समीप रेडक्रॉस दफ्तर के सामने भी पानी की निकासी नहीं हो सकी। अमरीक ¨सह रोड और सिरकी बाजार पर भी यही आलम रहा। यहां भी लोगों को हर बार की तरह बरसाती पानी खड़ा होने से परेशान होना पड़ा।

बैठकों में भी नहीं निकला हल

निगम कमिश्नर संयम अग्रवाल सहित मेयर और अन्य अधिकारी मॉनसून से पहले सभी तैयारियों को पूरा करने को अपनी प्राथमिकता बता चुके हैं, लेकिन मॉनसून से पहले की हर बरसात ने अधिकारियों के इन दावों को हवाई साबित किया है। हैरत की बात यह है कि निगम अधिकारी मॉनसून की तैयारियों को लेकर कई मी¨टग तक कर चुके हैं, बावजूद इसके लोगों को दरपेश आ रही परेशानियां जस की तस बनी हैं।


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