7 व 8 अक्टूबर को ट्रेन से सफर करना है तो दोबारा सोच लें
यदि आपको 7 व 8 अक्टूबर को पंजाब में ट्रेन से सफर करना है तो दोबारा सोच लें। इस दिन किसान संगठनों ने विभिन्न जगहों पर रेल ट्रैक जाम कर ट्रेनों की आवाजाही ठप करने का ऐलान किया है।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। यदि आपको 7 व 8 अक्टूबर को पंजाब में ट्रेन से सफर करना है तो दोबारा सोच लें। इस दिन किसान संगठनों ने विभिन्न जगहों पर रेल ट्रैक जाम कर ट्रेनों की आवाजाही ठप करने का ऐलान किया है। मालवा में सात जगहों सहित पंजाब भर में 12 स्थानों पर रेल यातायात रोककर किसान संगठन सरकार पर दबाव बनाएंगे। किसान सफेद मक्खी से खराब नरमे की फसल के उचित मुआवजे के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
पंजाब में 12 स्थानों पर दो दिन किसान रेल ट्रैक करेंगे
किसानों ने बठिंडा में राज्यस्तरीय धरना 18वें दिन रविवार शाम को समाप्त कर दिया अौर रेल यातायात जाम करने का फैसला किया। बठिंडा में किसानों का राज्य स्तरीय धरना चल रहा था। अब किसान नई रणनीति के तहत रेल ट्रैक की तरफ कूच करेंगे। रेल रोको कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए किसान संगठन 5 व 6 अक्टूबर को गांवों में जनसंपर्क करेंगे।
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रविवार को धरना समाप्त होने से पहले किसानों की सभा हुई। इसे भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठूके, शिंगारा सिंह मान, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल, बूटा सिंह बुर्जगिल, रूलदू सिंह मानसा, सुखदेव सिंह मानसा, जोगेंद्र सिंह उग्राहां सहित कई किसान नेताओं ने संबोधित किया।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार ने हठधर्मिता अपनाई हुई है। चंडीगढ़ में किसान संगठनों के साथ हुई वार्ता में सरकारी अधिकारियों के समक्ष सफेद मक्खी से हुए नुकसान की सही तस्वीर पेश करने के बावजूद सरकार नुकसान के बराबर मुआवजा देने को तैयार नहीं है। महज आठ हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। वास्तविक नुकसान को नजरअंदाज किया जा रहा है।
प्रति एकड़ 40 हजार मुआवजे की है मांग
किसान यूनियन के नेताओं के अनुसार, फसल खराब होने पर किसानों को 40 हजार रुपये प्रति एकड़, मजदूर परिवार को 20 हजार रुपये मुआवजा, घटिया कीटनाशक खरीदने के आरोपी कृषि विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई, फसल खराब और कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले किसान व मजदूर के परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा, इसके कारण मृतक किसान के परिवार के एक आश्रित सदस्य को सरकारी नौकरी व बैंक कर्ज माफी की मांग पूरी न होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
किसान नेताओं के अनुसार शनिवार को चंडीगढ़ में हुई वार्ता में अधिकारियों ने बताया कि कीटनाशक दवा खरीद के प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर इसमें दोषी पाए गए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यहां-यहां रोकी जाएंगी ट्रेनें
किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष झंडा सिंह जेठूके ने बताया कि 7 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से रेलगाडिय़ां रोकी जाएंगी। इसके तहत किसान यूनियनों ने रामपुरा फूल, संगत ब्लॉक, मानसा, बरनाला, पटियाला, मोगा जिले के अीतवाल व लहरागागा-सुनाम रेलवे लाइन पर रेलगाडिय़ां रोकने का निर्णय किया है। 8 अक्टूबर को किसान संगठनों की प्रदेश स्तरीय बैठक में आंदोलन की आगे की रणनीति बनाई जाएगी।