कापी --- नशे पर नकेल के लिए प्रदेश में पहली बार उतरी एनसीबी की टीम
सतिंदर कुमार, ब¨ठडा पंजाब प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर चुनाव आयोग के निर्देश
सतिंदर कुमार, ब¨ठडा
पंजाब प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर चुनाव आयोग के निर्देशों पर पहली बार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम को चुनावों में नशों का प्रचलन रोकने के लिए फील्ड में उतारा गया है। इससे केंद्र सरकार नशे के खिलाफ बना नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो स्वतंत्र तौर पर देश भर में नशों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को अंजाम देती आ रही है। एनसीबी को विधानसभा चुनावों में उतारने का एक मुख्य कारण पिछले कुछ सालों से पंजाब सहित अन्य राज्यों में बढ़े ¨सथेटिक ड्रग का प्रचलन भी है। क्योंकि विदेशों व लैब में तैयार होने वाले ¨सथेटिक ड्रग से ज्यादातर राज्यों की पुलिस वाकिफ नहीं है। ऐसे में चुनावों के दौरान सप्लायर वोटरों को लुभाने के लिए ¨सथेटिक ड्रग का इस्तेमाल न सके, इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से पहली बार चुनावों के दौरान नशे के खिलाफ होने वाली कार्रवाई में पारदर्शिता लाने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम को पंजाब पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ फील्ड और नाको पर तैनात किया गया है।
गौरतलब हैं कि पंजाब प्रदेश में चार फरवरी को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इसके चलते बीती चार जनवरी को आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में अर्दसैनिक बलों के साथ पंजाब पुलिस के जवान इंटर स्टेट और इंटर डिस्ट्रिक नाकाबंदी कर नशों पर नकेल के लिए तस्करों की धरपकड़ करने में जुटे हुए है। इस कड़ी के तहत चुनाव आयोग ने चुनावों में नशों के प्रचलन पर रोकथाम के लिए पहली बार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम को फील्ड में उतारा है। मौजूदा समय में प्रदेश के 22 जिलो में एनसीबी के करीब 22 अधिकारियों के साथ करीब पचास दक्ष जवानों की टीम टीम पंजाब पुलिस, अर्धसैनिक बल के साथ काम कर रहे थे। इसके तहत हरेक जिले में एनसीबी का इंस्पेक्टर रैंक का एक अधिकारी काम कर रहा है। लुधियाना और अमृतसर कमिश्नरेट में एनसीबी के दो-दो इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी फील्ड में हैं।चुनावों में प्रदेश में एनसीबी टीम पर निगरानी के लिए चंडीगढ़ में एनसीबी के डीआईजी तैनात है। जिन्हें रोजाना प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात एनसीबी के अधिकारी पकड़े गए नशे की विस्तृत रिपोर्ट भेज रहे हैं। चुनाव आयोग की रणनीति के मुताबिक ज्यादातर शहरों में एनसीबी की टीम, सेहत विभाग और संबंधित जिले की पुलिस केसाथ मेडिकल स्टोरों पर अधिक से अधिक दबिश दे रही है। ताकि चुनावों से पहले मेडिकल नशे पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई जा सके।