कचरा प्लांट के खिलाफ आज रोका जाएगा रास्ता
जासं, बठिंडा: मानसा रोड स्थित कचरा निस्तारण प्लांट के खिलाफ लोगों का चल रहा विरोध तेज हो गया है। सघन
जासं, बठिंडा: मानसा रोड स्थित कचरा निस्तारण प्लांट के खिलाफ लोगों का चल रहा विरोध तेज हो गया है। सघन आबादी के समीप स्थित कचरा निस्तारण प्लांट हटाने और शहर से दूर स्थापित करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा कूड़ा डंप हटाओ मोर्चा शनिवार को प्लांट की तरफ जाने वाला रास्ता रोकेगा। रास्ते पर धरना लगाया जाएगा।
धरने के माध्यम से प्लांट में जाने वाले कचरे से लदे वाहनों का रास्ता रोका जाएगा। मोर्चा की संघर्ष समिति की वीरवार साय गुरुद्वारा भाई मतिदास नगर में हुई बैठक में निर्णय लिया कि सड़कों पर उतरने के साथ ही सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का बहिष्कार शुरू कर दिया जाएगा।
मोर्चा के कंवीनर जीत सिंह जोशी ने बताया कि आने वाले दिनों में सत्ताधारियों का बहिष्कार तेज किया जाएगा। कचरा प्लांट की बदबू से प्रभावित लोग विरोध जारी रोकेंगे। बैठक में मोर्चा के प्रतिनिधियों का कहना था कि एक तरफ जन प्रतिनिधि कचरा प्लांट बंद करने और इसे दूसरी जगह लगाने का आश्वासन दे रहे हैं। दूसरी तरफ प्लांट में चिमनिया लगाई जा रही हैं। इससे उन्हें सरकार की मंशा पर संशय है। मोर्चा के पदाधिकारियों के अनुसार प्लांट की चिमनियां लगाने से जहरीली गैस आसपास की सभी कॉलोनियों के अलावा शहर के अन्य इलाकों में भी फैलेगी। सरकार प्लांट हटाने की बजाय लोगों को गुमराह कर चुनाव आचार संहिता लगने तक का समय निकालना चाहती है।
फरवरी में शुरू किया था आंदोलन
मोर्चा के कंवीनर जोशी के अनुसार लोगों ने फरवरी में शांतिमय आंदोलन शुरू किया था। सरकार ने कई बार प्लांट शिफ्ट करने का आश्वासन देकर कार्रवाई नहीं की। इसी वजह से अब लोगों को रास्ता जाम करना पड़ रहा है। बैठक में मोर्चा के लीगल एडवाइजर एडवोकेट रणजीत सिंह जलाल, विक्रमसिंह धिंगड़, मोदनसिंह मान, सुखदेव सिंह, विजय विशिष्ट, अमरजीत कौर आदि उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री दो बार दे चुके हैं आश्वासन
मोर्चा को उप मुख्यमंत्री की द्वारा दो बार कचरा प्लांट शिफ्ट करने का आश्वासन दिया जा चुका है। पहली बार 19 जून को कचरा प्लांट हटाने का आश्वासन देते हुए नगर निगम के अधिकारियों इसके लिए जमीन देखने को कहा था। दूसरी बार विधायक सरूपचंद सिंगला के साथ एक बैठक में उप मुख्यमंत्री ने प्लांट शिफ्ट करने का आश्वासन दिया था। फिर भी कार्रवाई न होने से लोगों में रोष है। वहीं, कांग्रेस ने कचरा प्लांट को शहर से बाहर शिफ़्ट करने को चुनावी एजेंडे में शामिल करने का ऐलान कर रखा है। इसी वजह से सत्ताधारी दल ने नगर निगम के जनरल हाउस की बैठक में प्लांट शिफ्ट करने और इसके लिए नई जगह जमीन खरीदने का प्रस्ताव पारित किया है।