मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने निकाला जुलूस, भाजपा जिलाध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
जासं, ब¨ठडा 10 दिन से हड़ताल कर रहे मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने शुक्रवार को धरना देकर विरोध प्रदर्श
जासं, ब¨ठडा
10 दिन से हड़ताल कर रहे मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने शुक्रवार को धरना देकर विरोध प्रदर्शन करने के अलावा मिनी सचिवालय एरिया में रोष मार्च कर सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया।
शुक्रवार को भी लगातार 10वें दिन पंजाब स्टेट मिनिस्ट्रियल सर्विस यूनियन (पीएसएमएसयू) की हड़ताल की वजह से काम नहीं हुआ और लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा।
कर्मचारियों ने भाजपा के जिलाध्यक्ष मोहित गुप्ता को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों संबंधी ज्ञापन भी सौंपा। गुप्ता ने कर्मचारियों को उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला के माध्यम से वार्ता के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता करवाने का आश्वासन दिया है।
पीएसएमएसयू के जिलाध्यक्ष मेघ ¨सह सिधू ने बताया कि मांगों पर कार्रवाई न होने तक कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे। चाहे उन्हें लंबी हड़ताल ही क्यों न करनी पड़े। हड़ताल शुक्रवार तक प्रस्तावित थी। अब रविवार को मोगा में पीएसएमएसयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसमें अगले संघर्ष का निर्णय लिया जाएगा।
काम बंद करवाकर हड़ताल में किया शामिल
शुक्रवार को धरना व रोष मार्च करने से पहले पीएसएमएसयू के पदाधिकारियों ने सुबह मिनी सचिवालय स्थित सभी कार्यालयों में जाकर मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों का काम छुड़वा कर उन्हें अपने साथ लिया। धरना स्थल पर कर्मचारियों की सभा हुई जिसे इसमें जिलाध्यक्ष मेघ ¨सह सिधू, वित्त सचिव तीर्थ बत्तरा, कार्यकारी महासचिव गुरप्रीत ¨सह, केवल बांसल, बलदेव ¨सह, मेहरजीत इंद्र ¨सह, सुरेंद्र कुमार धीर, याद¨वद्र ¨सह, कुलवंत कौर, गुरतेज ¨सह आदि ने संबोधित किया।
15 से जारी है हड़ताल
पीएसएमएसयू बकाया डीए का भुगतान करने, सुपरिंटेंडेंट से तहसीलदार पदोन्नति के लिए अनुभव की शर्त पांच वर्ष से घटाकर तीन वर्ष करने, खाली पदों को भरने, छठे वेतन आयोग को अमली जामा पहनाने, नए भर्ती कर्मचारियों को बेसिक पे की बजाय पूरा वेतनमान देने, जूनियर सहायक से स्टेनोग्राफर पदोन्नति में टेस्ट की शर्त हटाने आदि की मांग को लेकर 15 जून से लगातार हड़ताल कर रही है।