सड़कों पर जल, सूखे रहे नल
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा करीब 48 घंटे बाद भी शहर के हालात बद से बदतर बना हुआ है। आलम यह है कि डीस
जागरण संवाददाता, ब¨ठडा
करीब 48 घंटे बाद भी शहर के हालात बद से बदतर बना हुआ है। आलम यह है कि डीसी, एसएसपी समेत तमाम वीवीआईपी के घरों समेत अधिकांश इलाके की सड़कों पर सीवरेज का गंदा पानी एक से दो फुट जमा है। हालांकि उक्त गंदे पानी से निपटने के लिए शहर में 48 घंटे से पेयजल सप्लाई पूरी तरह से बंद कर दी गई। इसके बावजूद हालात सुधरने की बजाए और बिगड़ गई। अगर देर रात तक टूटे हुए स्लज कैरियर को दुरुस्त करके डिस्पोजलों को चालू नहीं किया गया तो शहरवासियों के समक्ष पलायन करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचेगा। हालांकि निगम का दावा है कि बुधवार से स्थिति में सुधार आ जाएगा।
गौर हो कि महानगर का सीवरेज का पानी करीब 13 किलोमीटर लंबे स्लज कैरियर के मार्फत गांव शेरगढ़ स्थित लसाड़ा ड्रेन में जाता है, लेकिन रविवार देर सायं हुई मूसलधार बारिश के बाद शहर के गंदा पानी को निकालने के लिए बनाए गए स्लज कैरियर दो स्थानों से टूट गया। अभी उक्त स्लज कैरियर पूरी तरह से दुरुस्त भी नहीं हुआ था, तब तक मंगलवार को गांव गहरी भागी के समीप स्लज कैरियर पानी के बढ़ते प्रेशर की वजह से टूट गया। इसके साथ ही निगम अधिकारियों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में शहर के सभी डिस्पोजल बंद करने के साथ-साथ शहर की पेयजल आपूर्ति को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। शहर के सभी 13 डिस्पोजल के बंद होते ही डीसी, एसएसपी, आईजी के निवास स्थान के अलावा मिनी सचिवालय के आसपास के इलाका, पावर हाउस रोड, भट्टी रोड समेत शहर के तमाम निचले इलाके में सीवरेज का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर फैल गया। करीब 48 घंटे बाद भी स्लज कैरियर के दुरुस्त नहीं होने की वजह से घरों में सीवरेज का गंदा पानी प्रवेश करने लगा है। करीब 48 घंटे से शहर के सभी डिस्पोजल बंद होने की वजह से हालात और बिगड़ गए और सीवरेज का गंदा पानी अब धीरे धीरे गुरुनानकपुरा से लेकर प्रताप नगर, परसरामनगर आदि इलाके को भी अपनी चपेट में ले लिया। इसकी वजह से लोगों का न सिर्फ घरों से निकलना दूभर हो गया, बल्कि घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है। अगर स्लज कैरियर जल्द ही दुरुस्त नहीं हुआ तो आने वाले समय में स्थिती और भयावह होने की संभावना है।
हालात बेकाबू होते देख नगर निगम ने शहर की वाटर सप्लाई व सीवरेज का काम संभालने वाली त्रिवेणी कंपनी को स्लज कैरियर की एक दरार को भरने की जिम्मेवारी सौंपी गई, जिसके बाद ग्रोथ सेंटर के समीप टूटे करीब 50 फीट दरार को भर दिया गया। इसके साथ ही गांव गहरी भागी के समीप स्लज कैरियर में 70 फुट की दरार आ गई। इसके बाद मेयर बलवंत राय नाथ तुरंत निगम अधिकारियों को साथ लेकर मौके का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि देर रात तक स्लज कैरियर को दुरुस्त कर लिया जाएगा, जिससे उम्मीद है कि बुधवार से स्थिति सामान्य हो जाएगी।
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इनसेट--
राइ¨जग मेन के पूरा होने पर ही मिलेगी राहत
ब¨ठडा। पानी की निकासी के लिए नगर निगम ने सात साल पहले स्लज कैरियर की क्षमता बढ़ाने को 20 करोड़ का एस्टीमेट बना कर मंजूरी ली थी, लेकिन अभी तक स्लज कैरियर की क्षमता बढ़ नहीं सकी है। करीब 45 साल पुराने स्लज कैरियर पहले भी कई बार टूट चुका है। स्लज कैरियर की कमजोर होते देख देख और शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए राइ¨जग मेन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। त्रिवेणी को सौंपे गए उक्त 14.5 करोड़ के प्रोजेक्ट (राइ¨जग मेन) नए एसटीपी से 12.5 किलोमीटर तक लसाड़ा ड्रेन तक बनाया जा रहा है। इसमें 1200 एमएम (48 इंच) की पाइप का इस्तेमाल किया गया है। त्रिवेणी के डीजीएम वीबी शिवनागी के अनुसार डेढ़ किलोमीटर राई¨जग मेन बना दिया गया है, जिसके दिसंबर 2017 तक पूरा होने का अनुमान है।
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