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बाबू कलम घिस बना रहे मरीजों की पर्ची

फोटो- -- सिविल अस्पताल के ढाई साल से कंप्यूटर खराब --कंप्यूटर के साफ्टवेयर में आई खराबी से ब

By Edited By: Published: Thu, 26 Nov 2015 08:39 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2015 08:39 PM (IST)
बाबू कलम घिस बना रहे मरीजों की पर्ची

फोटो-

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-- सिविल अस्पताल के ढाई साल से कंप्यूटर खराब

--कंप्यूटर के साफ्टवेयर में आई खराबी से बेकार पड़े हैं कंप्यूटर

-- लोगों को पर्ची कटवाने में लगता हैं समय

सुनील प्रभाकर, ब¨ठडा

जमाना कंप्यूटर का हैं। लेकिन सिविल अस्पताल ब¨ठडा में आधुनिक वक्त के साथ कदम ताल करने की बजाए बाबा आदम के पुराने जमाने की तरह ही काम कर रहा हैं। यहां

पर्ची बनाने वाले बाबू कागज पर कलम घिस कर मरीजों की पर्ची बनाने का काम करते नजर आते हैं। यहां के चार कंप्यूटर ढाई साल से खराब हैं।

लिहाजा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।

सिविल अस्पताल में रोजाना 800 के करीब मरीज आते हैं। इन मरीजों की पर्ची बनाने और पुराने मरीजों की पर्ची रीन्यू करने के लिए रजिस्ट्रेशन विभाग में अब चार काउंटर पर आठ लोग काम करते हैं। फिर भी कंप्यूटर जैसी तेजी का मुकाबला नहीं हो पाता। इसके चलते सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों का वक्त बर्बाद होता हैं। पर्ची बनाने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ता हैं।

कर्मचारी बताते हैं कि पंजाब हेल्थ कार्पोरेशन ने एक कंपनी के मार्फत सिविल अस्पताल में मरीजों की पर्ची बनाने के लिए कंप्यूटर के लिए एक खास साफ्टवेयर बना कर दिया गया था। कुछ समय तक तो साफ्टवेयर ने सही काम किया लेकिन ढाई साल पहले साफ्टवेयर में खराबी आ गई। इसके चलते मरीजों की पर्ची बनाने के लिए रखे कंम्यूटर बेकार हो गए। पिछले ढाई साल में कंपनी ने सिविल अस्पताल की सुध नहीं ली और न ही पंजाब हेल्थ कार्पोरेशन ने साफ्टवेयर में आई गड़बड़ी ठीक कराने या कंप्यूटरों के लिए नया साफ्टवेयर डिजायन करवाने की जहमत उठाई।

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इस संबध में जब एसएमओ सतीश गोयल से बात की गई तो बताया कि यह तो पंजाब हेल्थ कार्पोरेशन के उच्च अधिकारी ही जाने। उन्होंने कहा कि नए कंप्यूटर खरीदे जा रहे हैं। उम्मीद हैंकि जल्द ही कंप्यूटर के लिए नया साफ्टवेयर मिल जाएगा और मरीजों की पर्ची बनाने का काम फिर से कंप्यूटर पर शुरू हो जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि ऐसा कब तक संभव हो पाएगा तो उन्होंने कहा कि यह कब से होगा यह तो उन्हें भी नहीं पता।


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